केजरीवाल पंजाब से पानी दिलवाएं, दिल्ली का कोटा हम बढ़ाएंगे: मनोहर लाल
मुख्यमंत्री ने केजरीवाल को दी चेतावनी- पानी पर राजनीति न करें दिल्ली के सीएम
तय कोटे से अधिक पानी दे रहा हरियाणा, दिल्ली सरकार के कुप्रबंध से नहीं हो रहा सही इस्तेमाल
चंडीगढ़। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के हरियाणा सरकार पर सही तरीके से पानी सप्लाई न करने के आरोपों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साफ कर दिया है कि हरियाणा तय कोटे से अधिक पानी दे रहा है लेकिन दिल्ली सरकार के कुप्रबंधन के चलते पानी का सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
शुक्रवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पानी की समस्या के लिए दिल्ली सरकार खुद जिम्मेदार है। हरियाणा की ओर से हैदरपुर और वजीराबाद के स्टोरेज चैनल के लिये पूरा पानी भेजा जा रहा है लेकिन दिल्ली सरकार उन्हें नये बनाये गये द्वारका, ओखला और चंदरावल चैनल में डायवर्ट करती जा रही है। इस कारण हैदरपुर और वजीराबाद चैनल खाली रहते हैं। हरियाणा सरकार अपनी तरफ से दिल्ली को भरपूरा पानी दे रही है, मगर दिल्ली सरकार द्वारा उसका सही ढंग से प्रबंधन नहीं कर पा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 साल पहले हुए समझौते के मुताबिक दिल्ली को 700 क्यूसिक पानी देना तय हुआ था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसमें 330 क्यूसिक पानी और जोड़ा गया है। अब हरियाणा की ओर से दिल्ली को निरंतर 1050 क्यूसिक पानी दिया जा रहा है। हरियाणा खुद पानी की कमी की समस्या झेल रहा है लेकिन इसके बावजूद दिल्ली को उसके हिस्से से अधिक पानी दिया जा रहा है।
इसके बावजूद दिल्ली का हरियाणा पर कम पानी देने का आरोप लगाना शर्मनाक बात है। मनोहर लाल के अनुसार, दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हस्तक्षेप करते हुए पंजाब से हमारे हिस्से का पानी दिलवाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद न तो एसवाईएल नहर का निर्माण कराया जा रहा है और न ही हरियाणा को उसका पानी मिल रहा है। हांसी बुटाना लिंक नहर का निर्माण भी अधर में लटका हुआ है। यदि केजरीवाल पंजाब सरकार को निर्देश देकर हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलाने की पहल करते हैं तो हरियाणा सरकार अपने हिस्से के पानी में से कुछ अतिरिक्त पानी दिल्ली को देने के लिए तैयार है।
मनोहर लाल ने अरविंद केजरीवाल को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह पानी पर राजनीति करेंगे तो हमें भी कम न समझें। राजनीति का जवाब राजनीति से देना हमें भी आता है। हम अपने लोगों को प्यासा मारकर दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने की स्थिति में कतई भी नहीं हैं।