मवेशी तस्करी मामले में तृणमूल के बाहुबली अणुव्रत मंडल गिरफ्तार, तृणमूल ने पल्लू झाड़ा, कांग्रेस ने ममता से मांगा इस्तीफा
कोलकाता, 11 अगस्त। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद खास और राज्य के सबसे विवादित बाहुबली नेता अणुव्रत मंडल को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मवेशी तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। मंडल की गिरफ्तारी के बाद राज्य की सियासत गरमा गई। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा तो भाजपा ने अभी तृणमूल के कई बड़े नेताओं की गिरफ्तारी की संभावना जतायी है।
गुरुवार शाम को सीबीआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि मंडल को लगातार 10 बार समन भेजा गया लेकिन वह जांच में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे थे। इसके बाद आज सुबह सीबीआई की टीम ने बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित उनके घर से हिरासत में लिया और आसनसोल के ईसीएल गेस्ट हाउस में लाया गया। पूछताछ में सहयोग न करने पर उन्हें शाम 4 बजे के गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें आसनसोल के विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश कर 14 दिन की हिरासत मांगी थी लेकिन कोर्ट ने उन्हें 10 दिनों की यानी 20 अगस्त तक सीबीआई हिरासत में रखने का आदेश दिया है।
मंडल के अधिवक्ता संजीव दा ने बताया कि हिरासत में रहने के दौरान अगर उनकी सेहत बिगड़ती है तो कोर्ट ने उन्हें अलीपुर के कमांड अस्पताल में भर्ती करने का भी आदेश दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि अणुव्रत मंडल की जमानत याचिका नहीं लगाई गई है।
विपक्ष का प्रदर्शन
न्यायालय में अणुव्रत मंडल की पेशी के दौरान उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी और माकपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने न्यायालय के बाहर प्रदर्शन किया। मंडल की गिरफ्तारी पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोलकाता समेत राज्य के अन्य हिस्सों में गुड़ और इलायची बांटकर जश्न मनाया है। कई जगहों पर मंडल के पुतले भी फूंके गए हैं।
बीएसएफ कमांडेंट सहित कई के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है सीबीआई
सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि 21 सितंबर 2020 को इस मामले में बीएसएफ के कमांडेंट सहित चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। 7 फरवरी 2021 को पहली चार्जशीट पेश हुई थी। उसके बाद 23 फरवरी 2021, 24 नवंबर 2021 और आठ अगस्त 2022 को तीन सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी आसनसोल के विशेष सीबीआई कोर्ट में दाखिल किया गया है। इस मामले में अणुव्रत मंडल के बॉडीगार्ड और राज्य पुलिस के साधारण से कॉन्स्टेबल सहगल हुसैन की गिरफ्तारी के बाद जांच में उसके पास सैकड़ों करोड़ की संपत्ति मिली है।
मवेशियों को सुरक्षित सीमा पार पहुंचाने में आरोपित हैं अणुव्रत
जांच में पता चला है कि अणुव्रत मंडल ने राज्य के इलम बाजार में मौजूद पशु हाट (पशु बाजार) से बड़ी मात्रा में मवेशियों की खरीद और उन्हें सीमा पार सुरक्षित पहुंचाने के लिए अपने सत्ता बल का इस्तेमाल सालों तक किया है। इसके एवज में लगभग1300 करोड़ से अधिक रुपये की धनराशि ली गई है। इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
कांग्रेस ने मांगा ममता से इस्तीफा
मंडल की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि अणुव्रत ममता के बेहद खास हैं। इसी तरह से ममता के एक और खास पार्थ चटर्जी की शिक्षक नियुक्ति मामले में गिरफ्तारी हुई है, जो सरकार के चेहरा थे। ममता बनर्जी ऐसे लोगों से अपने आपको अलग कर जिम्मेदारी से नहीं बच सकतीं। इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
मंडल की गिरफ्तारी तो ट्रेलर: शुभेन्दु
भाजपा के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि अणुव्रत मंडल की गिरफ्तारी तो ट्रेलर है और बड़े लोगों की गिरफ्तारी होगी। उन्होंने मंडल को परामर्श देते हुए कहा है कि जिन लोगों के संरक्षण और निर्देश पर वह भ्रष्टाचार करते रहे हैं उनका नाम केंद्रीय एजेंसियों को बताने की जरूरत है। प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि उनका खेल खत्म हो गया। अब उनके राजनीतिक आकाओं की बारी है। माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा है कि अणुव्रत मंडल की गिरफ्तारी काफी पहले हो जानी चाहिए थी।
तृणमूल ने मंडल से किया किनारा
सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने अणुव्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद उनसे किनारा करने की घोषणा कर दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि भ्रष्टाचार को किसी भी तरह से पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। अणुव्रत मामले में तृणमूल किसी भी तरह से हस्तक्षेप नहीं करेगी ना ही रोड़ा बनेगी।