विधि विश्वविद्यालय ने शुरू किया डिजी लॉकर
सोनीपत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कागज रहित (पेपरलेस) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को डिजिटल लॉकर (डिजी-लॉकर) शुरू करने का आदेश दिया था। हरियाणा प्रदेश में सरकारी व प्राइवेट 42 विश्वविद्यालय हैं। प्रदेश के चुनिंदा विश्वविद्यालयों में से एक डॉ. बी.आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय सोनीपत है जहां डिजी लॉकर की प्रक्रिया शुरू की दी है। कुलपति डॉ. अर्चना मिश्रा ने बताया कि यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को लिखें पत्र में कहा कि राष्ट्रीय अकादमिक निक्षेपागार (एनएडी) अकादमिक संस्थानों द्वारा डिजिटल प्रारूप में रखे गए अकादमिक पुरस्कारों (डिग्री और अंकपत्र) का एक ऑनलाइन भंडार है। यह छात्रों को सीधे डिजिटल प्रारूप में प्रामाणिक दस्तावेज और प्रमाणपत्र प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है। डिजी लॉकर में छात्र-छात्राओं के डॉक्युमेंट्स सुरक्षित रखे रहेंगे और विश्वविद्यालयों में इस डिजिटलिकरण से एडमिशन लेना भी आसान होगा। हम पारंपरिक तरीके से डिग्रियां छपवाकर छात्रों को डिग्रियाँ भी देंगे।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. वीना सिंह ने बताया कि छात्रों को मार्कशीट डिजी लॉकर के माध्यम से प्रदान करने के लिये वर्ष 2021-22 का डेटा तैयार कर लिया गया है। प्रथम चरण में डिजी लॉकर के जरिये अंकसूची उपलब्ध कराई जायेगी। आगामी चरण में डिग्री, डुप्लीकेट मार्कशीट, माइग्रेशन, ट्रांसक्रिप्ट, प्रमाण पत्र डिजी लॉकर के माध्यम से उपलब्ध कराये जायेंगे। सेमेस्टर परीक्षा के परिणाम घोषित करने के साथ ही विद्यार्थियों के डिजिटल लॉकर में भेजा जाएगा। रिजल्ट घोषित करने के बाद विवि मार्क्सशीट इसी लॉकर में भेजेगा। विद्यार्थी जब अंतिम वर्ष में पास आउट होंगे तो उनकी डिग्री भी डिजी लॉकर में रखी जाएगी। विद्यार्थी अपने डिजिटल लॉकर को आधार या मोबाइल नंबर से लिंक करा सकेंगे। जिसके बाद उनके हाईस्कूल व अन्य मार्क्सशीट सर्टीफिकेट आदि भी इस डिजिटल लॉकर में आ जाएंगे। डिजी लॉकर का लिंक जल्द ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर दिखना शुरू हो जाएगा।