बूस्टर डोज की कवायद खत्म होने के बाद तय होंगे सीएए के नियम
नई दिल्ली, 02 अगस्त। केंद्र सरकार कोविड से बचाव के लिए देश भर में लग रहे बूस्टर डोज के बाद नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने के नियम तैयार करने पर विचार कर रही है।
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेन्दु अधिकारी ने मंगलवार को यहां संसद भवन परिसर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीएए को जल्द लागू करने का आग्रह किया । शाह ने अधिकारी को आश्वस्त किया कि इसके बारे में कोरोना से बचाव के लिए देश भर में बूस्टर डोज लगने के बाद नियम तय किये जाएंगे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता अधिकारी ने शाह से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि गृहमंत्री को उन्होंने उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के तकरीबन 100 नेताओं की एक सूची भी सौंपी है, जो कथित रूप से भर्ती घोटाले में शामिल थे। इस मामले में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने घोटाले में शामिल सभी लोगों को बेनकाब करने के लिए व्यापक जांच की मांग करते हुए शाह को विधायकों समेत कुछ तृणमूल नेताओं के लेटरहेड भी दिए, जिनका इस्तेमाल कथित तौर पर रिश्वत लेकर नौकरियों के लिए कुछ नामों की सिफारिश के लिए किया गया था।
अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि सीएए को लागू करना पश्चिम बंगाल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जहां बड़ी संख्या में लोग इस कानून में दिए प्रावधानों से लाभान्वित हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि सीएए 11 दिसंबर, 2019 को संसद द्वारा पारित किया गया था और 24 घंटे के भीतर 12 दिसंबर को इसे अधिसूचित कर दिया गया था। हालांकि नियम न तय होने के कारण अभी तक इसका कार्यान्वयन अटका हुआ है ।
अधिकारी ने शाह से मुलाकात के बाद ट्वीट कर कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संसद भवन स्थित उनके कार्यालय में 45 मिनट तक मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है । मैंने उन्हें बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार किस तरह शिक्षक भर्ती घोटाले जैसी भ्रष्ट गतिविधियों में पूरी तरह से डूबी है। उनसे सीएए को जल्द से जल्द लागू करने का भी अनुरोध किया। ”