बारिश से उफनाई पाण्डु नदी, कई बस्तियों पर मंडराया बाढ़ का खतरा
कानपुर, 28 सितम्बर। ग्रामीण क्षेत्रों में बीते दिनों हुई तेज बारिश से पाण्डु नदी उफना गई है और शहर के दक्षिण क्षेत्र की कई बस्तियों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कुछ बस्तियों में पानी प्रवेश भी कर गया है जिससे लोग छतों पर त्रिपाल डालकर रहने को मजबूर हैं। हालांकि प्रशासन लोगों को सुरक्षित पहुंचाने में मदद कर रहा है और हिदायत भी दी जा रही है कि बाढ़ प्रभावित इलाके की बस्तियों को खाली किया जाये।
बंगाल की खाड़ी से आई नम हवाओं और दक्षिणी पूर्वी हवाओं के चलने से बीते दिनों झमाझम बारिश हुई। बारिश का पानी धीरे धीरे अब पाण्डु नदी में पहुंच रहा है और नदी उफान पर पहुंच चुकी है। पांडु नदी उफनाने से दक्षिण क्षेत्र के डूब क्षेत्र की बस्ती में रहने वाले लोगों में चिंता बढ़ गई है। नदी में पानी बढ़ने से सबसे ज्यादा बर्रा आठ वरुण विहार की बस्ती प्रभावित हुई हैं। कई झोपड़ियों में पानी भर गया। हालांकि यह पहले से ही खाली थीं। वहीं मेहरबान सिंह का पुरवा के कुछ मकानों में भी पानी भर गया। लोग छत पहली मंजिल व छत पर त्रिपाल डालकर रह रहे हैं।
पुलिस और प्रशासनिक अफसर बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद कर रहे हैं और निचले इलाके में रह रहे लोगों को वहां से दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि जिन इलाकों में पानी भरा है वह डूब क्षेत्र में आता है और हर वर्ष सिंचाई विभाग इन बस्तियों को खाली करने का निर्देश भी देता है। इन सबके बावजूद यहां पर लोग सस्ते प्लाट होने के चलते खरीद लेते हैं और मकान बनाकर रहने लगते हैं।
जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढा तो पांडु नदी भी उफना गई, जिससे बर्रा आठ वरुण विहार, मेहरबान सिंह का पुरवा के किनारे की बस्ती में पानी भर गया है।