कैथल: हड़ताली सफाई कर्मचारियों ने एसडीएम से की हाथापाई
कैथल, 28 अक्टूबर। शुक्रवार को जिला प्रशासन व वार्डों के पार्षदों द्वारा सुबह करवाए जा रहे सफाई कार्य का सफाई कर्मचारियों ने जमकर विरोध किया गया। सफाई कर्मचारियों ने कूड़ों के ढेरों में से कूड़ा उठाकर सडक़ों पर बिखरा दिया गया। प्रशासन द्वारा जब उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो महिला सफाई कर्मचारियों ने एसडीएम संजय कुमार व पार्षद मोहन लाल शर्मा के साथ हाथापाई की। पुलिस ने दी सफाई कर्मचारियों को हिरासत में लिया और उन्हें बसों में भरकर कलायत के पास छोड़ दिया। इससे पहले बुधवार को भी पार्षदों ने जिला प्रशासन के सफाई कार्य का विरोध किया था।
प्रशासनिक अमला शुक्रवार सुबह अपने सफाई करने वाले वाहनों व उपकरणों को दुरूस्त करवाकर जब अपने सफाई अभियान पर निकाला तो उन्होंने राजकीय स्कूल के पास सफाई कार्य शुरू किया। जैसे ही सफाई करने वाला प्रशासनिक अमला, नगर परिषद की चेयरपर्सन प्रतिनिधि सुमित गर्ग व पार्षद आगे बढ़े तो सफाई कर्मचारियों ने उनका विरोध करते हुए डीसी मुर्दाबाद के नारे लगाए। सफाई कर्मचारियों ने प्रशासन के अधिकारियों के साथ न केवल तू तू मैं मैं की बल्कि उन्होंने एसडीएम के साथ हाथापाई भी की। महिला पुलिस कर्मचारियों ने बीच बचाव करते हुए पुलिस प्रदर्शनकारी हड़ताली कर्मचारियों को इधर उधर किया। मामला बढ़ता देख करीब 30 सफाई कर्मचारियों को पुलिस हिरासत में भी लिया गया। इसके बाद पुलिस हड़ताली सफाई कर्मचारियों को बसों में भरकर कलायत ले गई। करीब एक बजे के बाद उन्हें छोड़ा गया।
जारी रहा प्रशासन का कचरा उठाओ अभियान
विरोध के बाद जिला प्रशासन का सफाई दस्ता जिसमें एसडीएम संजय कुमार, डीएमसी कुलधीर, ईओ कुलदीप मलिक, डीएसपी विवेक चौधरी, पुलिस बल के साथ आगे बढ़ा। उन्होंने सीवन गेट, अंबेडक़र चौक, खुराना रोड़, बाईपास की तरफ बढ़ा और अपना सफाई अभियान जारी रखा।
ईओ कुलदीप मलिक ने शहर से लोगों से आह्वान किया है कि वे उनके द्वारा भेजे गए वाहनों में डायरेक्ट कूड़ा डाले। उधर वार्ड नंबर 10 से पार्षद रोहन मित्तल ने कहा कि सभी पार्षदों ने एकत्रित होकर शहर की सफाई का बीड़ा उठाया। लेकिन सफाई कर्मचारियों द्वारा पार्षदों के घरों के आगे कूड़ा फैंकना, मृत पशुओं को फैंकना सरासर गलत है।