एसआरएम विश्वविद्यालय मे भव्य ओरिएंटेशनन डे पर छात्रवृति पुरस्कार वितरित किए
कुलाधिपति रवि पचामुत्थू, प्रोफेसर आर ए यादव, कुलपति प्रोफेसर परमजीत सिंह जसवाल व अन्य छात्र को स्कालरशिप देते हुए।
राई। राजीव गांधी एजुकेशन सिटी स्थित एसआरएम विश्वविद्यालय के नवीन सत्र 2022-23 का शुभारंभ समारोह विश्वविद्यालय के हरित खेल स्टेडियम में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संगठन की महासचिव डॉ. पंकज मित्तल ने शिरकत की। इसकी अध्यक्षता एसआरएम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रवि पचामुत्थू को विशेष अतिथि के रुप में कुलाधिपति के सलाहकार प्रोफेसर आर ए यादव, कुलपति प्रोफेसर परमजीत सिंह जसवाल, रजिस्टर प्रोफेसर वी सैम्युल राज व प्रशासनिक अधिकारी व प्रवेश निदेशक मनोज माधवनकुट्टी ने की। अतिथि सम्मान, द्वीप प्रज्जवलन, व सरस्वती वंदनोउपरांत विश्वविद्यालय के प्रवेश व प्रशासन निदेशक मनोज माधवन कुट्टी ने नवीन सत्र के शुभारंभ पर उपस्थित सभी अतिथियों नव आगंतुक छात्र छात्राओं, अभिभावकों, विशेषज्ञों के डीन प्रोफेसर निदेशको का स्वागत करते हुए एसआरएम विश्वविद्यालय, ऐतिहासिक अकादमी विस्तार व विभिन्न पाठ्यक्रमों गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पद्धतियो पर प्रकाश डाला। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर परमजीत सिंह जसवाल ने नवागत प्रवेश सारधी छात्रों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के आदर्श वाक्य उद्देश्य लर्न लीप एंड लीड के महत्व बताते हुए आश्वस्त किया कि सभी छात्र एसआरएम विश्वविद्यालय के विशाल परिवार में शामिल होकर गर्व का अनुभव करेंगे। यहॉ आपके रचनात्मक क्षमता नवाचार प्रतिभा को विकसित करने का अवसर मिलेगा। आप के उद्देश्य लक्ष्य की पूर्ण आपूर्ति होगी। अनेक विदेशी विश्वविद्यालयों व औद्योगिक घरानों से एमओयू हुए है जिनका लाभ आपको मिलेगा। उन्होंने छात्रों में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए पांच बातों पर विशेष ध्यान दिया कि मैं सर्वश्रेष्ठ हंू मै यह काम कर सकता हूं। ईश्वर मेरे साथ है। मैं आज का विजेता हूं। इस अवसर पर अतिथियों ने छात्र-छात्राओं को 100 व 75 प्रतिशत छात्रवृति का वितरण किया। 100 प्रतिशत स्कालरशिप पाने वालो मे नितिश दहिया, रिधिमा अरोडा, शिवांगी श्रीवास्तव, अनु व अनन्या गुप्ता थे। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने यहां की नवीन शिक्षा पतियों पर प्रकाश डालते हुए सभी अतिथियों सभी संख्याओं के डीन फैकल्टी प्रोफेसर नवागत छात्रों अभिभावकों के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रोफेसर राकेश दुबे डॉ एस विश्वनाथन डॉ कविता दहिया, प्रोफेसर डिबेसिंग, हरियाणा साहित्य अकादमी के पूर्व निदेशक प्रोफेसर पूर्ण रिकॉर्ड प्रोफेसर संजय मलिक, उपनिदेशक आशीष गोपाल वर्मा उपस्थित रहे।