कुशीनगर एयरपोर्ट के 0.29 पर लगेगा आईएलएस, जीएम ने किया निरीक्षण
कुशीनगर,06 अक्टूबर। कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से हवाई जहाजों के नियमित उड़ान व विस्तार के लिए लगने वाला आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) व डीबीओआर (डाप्लर बेरी ओमनीं रेंज) की मशीनरी एयरपोर्ट पहुंच गई हैं। बरसात बाद अभियंताओं का दल इसे स्थापित करने का कार्य शुरू करेगा। अगस्त 2023 के पूर्व कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की कम्युनिकेशन एंड नेविगेशन सिस्टम उत्तरी क्षेत्र नई दिल्ली के महाप्रबंधक एस एस राजू के नेतृत्व गुरुवार को आई पांच अभियंताओं की टीम को कार्य पूर्ण करने का टास्क मिला है। टीम ने रन-वे के नार्थ साइट में डीबीओआर व साउथ साइट के प्वाइंट 29 पर आईएलएस लगाया जाना चिन्हित किया है। आईएलएस की मॉनिटरिंग के लिए बिल्डिंग भी बनेगी। एयरपोर्ट से विमानों के सुरक्षित परिचालन के लिए अथॉरिटी दस करोड़ खर्च कर रही है।
प्रबन्धक सिविल अमर सिंह ने बताया कि आईएलएस व डीबीओआर सिस्टम के लगने के बाद जहाज कोहरे व बारिश के दौरान न्यूनतम दृश्यता और ऑटो मोड में रन-वे पर लैंड व टेकऑफ कर सकेंगे। एयरपोर्ट पर आईएलएस व डीबीओआर सिस्टम के लग जाने से घरेलू अंतरराष्ट्रीय विमानन कम्पनियां उड़ान के लिए आकर्षित होंगी।
आईएलएस के ली गई है 31 एकड़ भूमि
आईएलएस व डीबीओआर लगाने के लिए छह गांवों की लगभग 31 एकड़ से कुछ अधिक भूमि ली गई है। भलुही मदारी पट्टी, बेलवा दुर्गा राय, नरायनपुर, नकहनी, परसहवा व खोराबर के 113 किसानों की भूमि प्रशासन ने ली है। भलुही मदारी पट्टी व बेलवा दुर्गा राय के 62 मकान भी इसकी जद में आ गए। प्रशासन ने 20 करोड़ रुपये भूमि के बदले मुआवजा दिया है।