श्रीलंका में 123 दिन बाद खाली हुआ आंदोलन स्थल, प्रदर्शनकारी जारी रखेंगे अभियान
कोलंबो, 10 अगस्त। श्रीलंका में भीषण आर्थिक संकट के बाद राजनीतिक संकट का सबब बना आंदोलन 123 दिन बाद सड़क से हट गया है। प्रदर्शनकारियों ने गाले फेस स्थित आंदोलन स्थल खाली कर दिया है किन्तु उन्होंने अपना अभियान जारी रखने का ऐलान किया है।
श्रीलंका में नौ अप्रैल को तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे व उनकी सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू हुआ था। आंदोलन इस हद तक उग्र हो गया कि गोटबाया और उनकी सरकार की विदाई हो गयी। सरकार की विदाई के बाद भी आंदोलनकारी गाले फेस स्थित आंदोलन स्थल खाली नहीं कर रहे थे। श्रीलंका में नई सरकार बनने के साथ ही आंदोलन स्थल खाली कराने की मुहिम चल रही थी। 123 दिन बाद प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन स्थल खाली करने का ऐलान किया है।
प्रदर्शनकारी समूह के प्रवक्ता मनोज नानायकारा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सामूहिक रूप से गाले फेस विरोध स्थल छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि विरोध स्थल छोड़ने का मतलब यह नहीं है कि उनका संघर्ष समाप्त हो गया है। उन्होंने दावा किया कि विरोध स्थल पर वे लोग नहीं होंगे किन्तु पूरे शासन तंत्र में बदलाव आने तक उनका अभियान जारी रहेगा।