समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बेटे बेटियों के कोई भेद नहीं रखना : पुरखासिया
हरफनमौला महासाध्वी श्री साधिका से समाजसेवी राजेश पहलवान पुरखासियां आशीर्वाद लेते हुए।
गन्नौर। महासाध्वी श्री साधिका के परम सांनिध्य में रविवार को खेड़ी गुर्जर गांव में बेटी दिवस मनाया गया। जिसमें 170 बेटियों को बैग और एक दीवार घड़ी देकर सम्मानित किया। जबकि कांग्रेस नेता राजेश पहलवान पुरखासियां की ओर से अनंत भंडारे की सेवा की गई। ध्वजारोहण बहन लीलावती ने किया, स्वागत अध्यक्ष संघ प्रधान कृष्ण जैन व पूर्व सरपंच निशांत छौक्कर ने मेहमानों का स्वागत किया। कांग्रेस नेता एवं समाज सेवी राजेश पहलवान पुरखासियां ने कहा कि बेटी है तो मां है, बुआ है, पत्नी है, बेटी नहीं तो रिश्ते खत्म हो जाते हैं, घर की देहली सुनी रह जाती है। उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बेटे बेटियों के कोई भेद नहीं रखना, जिस घर में बेटी होती है, वहां पर मान सम्मान होता है। संस्कार जीवंत रहते हैं। मानवीय सदभावनाओं को ऊंचाई मिलती है। घर परिवार समाज को ऊंचे आयाम प्राप्त होते हैं। बेटी दिवस कार्यक्रम में बेटियों ने नाटक प्रस्तुत किए, बेटियों को यहां सम्मानित किया गया यह एक अलौकिक दृश्य रहा इसके लिए जैन समाज का शुकराना करता हूं कि मुझे भी यहां आने का सौभाग्य मिला है। जैन शब्द को, जैन शिक्षाओं को करीब से समझने का मौका मुझे भी मिला है।
चातुर्मास में गांव की बेटियों ने साध्वी के रूप में आकर दिव्य संदेश दिया
समाजसेवी राजेश पहलवान ने कहा कि जैन स्थानक खेड़ी गुर्जर वासियों ने गांव की बेटियों को जब साध्वी के रूप में अपना जीवन आरंभ किया और यह मुबारक मौका जो चातुर्मास का है। यहां की जो बेटियां थी,आज साध्वी बनी हुई हैं। जिनके परम सांनिध्य प्रदान किया, दिव्य संदेश समाज तक पहुंचाया। ज्ञान का उजाला देकर परिवारों को रोशनाई दी, संस्कार युक्त जीवन जीने की प्रेरणा इनके द्वारा दी गई।