अंतिम संस्कार पर कार्य करने वाली संस्था संवेदना ने सभी आत्माओं की शांति के लिये कराया सर्वधर्म प्रार्थना, धर्म गुरुओं ने किया शांति पाठ
अररिया 13अगस्त। यदि मानव में जन्म हुआ है तो अंतिम संस्कार भी मानवीय तरीकों से होनी चाहिए “इस पंक्ति को आधार बनाकर लावारिस लाश पर काम करने वाली संस्था संवेदना ने शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा मारवाड़ी अतिथि सदन में फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला की अध्यक्षता में आयोजन किया। जिसका संचालन संवेदना के सचिव पवन मिश्रा ने किया।
सर्वधर्म प्रार्थना सभा” उन सभी आत्माओं के शांति के लिए आयोजित की गई थी जिसका अंतिम संस्कार संवेदना ने किया जिसमें सभी धर्मों के धर्मगुरु द्वारा शांति पाठ बारी बारी से कराया गया ।जिसमें हिंदू धर्म गुरु के रूप में नरेंद्र शर्मा मुस्लिम धर्म गुरु के रूप में आस मोहम्मद ईसाई धर्म के धर्म गुरु अनिल मरांडी व सिख धर्म गुरु के रूप में ज्ञानी प्रदीप सिंह ने शांति पाठ किया। ओम शांति की बहन ब्रह्म कुमारी रुकमा ने उपस्थित सभी साथी से आत्माओं की शांति के लिए ध्यान करवाया।
अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के अंत में मिथिला पब्लिक स्कूल की छात्राओं के द्वारा “तू ही राम है तू रहीम है” गाने की प्रस्तुति ने सभी शहर के गणमान्य को भावविभोर कर दिया। अध्यक्ष रमेश सिंह, संरक्षण अमरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष पूनम पांडिया सहित सहित सभी सदस्य कार्यक्रम की व्यवस्था संधारण में व्यस्त दिखे ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संवेदना के अध्यक्ष रमेश सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि 2018 के अंतिम महीनों में “संवेदना” का प्रादुर्भाव हुआ और विगत 5 वर्षों में संवेदना ने एक के बाद एक तीन-तीन पुरस्कार प्राप्त किए।हालांकि हम संवेदना के साथी अपना काम बिना प्रचार प्रसार का करते रहे, फिर भी संवेदना की ख्याति अपने शहर से पड़ोसी मुल्क नेपाल तक पहुंच गयी। अतिथि के तौर पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राम पुकार सिंह ने संवेदना की सराहना करते हुए कहा कि सेवा के भाव से संवेदना जो कार्य कर रही है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए कम है। मैं संवेदना के साथी से उम्मीद रखता हूं जो आगे बढ़े और समाज में मानव सेवा के लिए एक से बढ़कर एक अच्छे कार्य को अंजाम दें ।
अध्यक्षीय भाषण में स्थानीय अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला ने संवेदना की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस क्षेत्र में संवेदना कार्य कर रही है बहुत विशिष्ट क्षेत्र है, मुझे उम्मीद है जिस सेवा भाव से संवेदना कार्य कर रही है निश्चित ही यह एक दिन देश दुनिया में अपना नाम रोशन करेगी।