राष्ट्रीय

 परिवहन विमानों का प्रमुख उत्पादक बनेगा भारत : प्रधानमंत्री मोदी

वडोदरा/नई दिल्ली, 30 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि ‘मेक-इन-इंडिया’ और ‘मेक-फॉर-वर्ल्ड’ दृष्टिकोण वाला भारत अपने सामर्थ्य को और बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में दुनिया के यात्री विमान भी भारत में ही बनेंगे और उन पर मेड इन इंडिया लिखा होगा।

प्रधानमंत्री रविवार को गुजरात के वडोदरा में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए सी-295 परिवहन विमान विनिर्माण केंद्र की आधारशिला रखने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत अब परिवहन विमानों का प्रमुख उत्पादक बनेगा। आज भारत में इसकी शुरुआत हो रही है। ऐसा अनुमान है कि आने वाले 10-15 वर्षों में भारत को 2000 से अधिक यात्री और मालवाहक विमानों की आवश्यकता होगी। भारत पहले से ही इस बड़ी मांग को पूरा करने की तैयारी कर रहा है।

मोदी ने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र दो महत्वपूर्ण स्तंभ होंगे। 2025 तक रक्षा निर्माण 25 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज हम भारत को दुनिया का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठा रहे हैं। भारत आज अपना लड़ाकू विमान बना रहा है। हम टैंक और पनडुब्बी बना रहे हैं। यहां बने ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से न सिर्फ हमारी सेना को ताकत मिलेगी, बल्कि देश में एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक नया इकोसिस्टम भी विकसित होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत दुनिया का सबसे तेज़ी से विकसित होता एविएशन सेक्टर है। एयर ट्रैफिक के मामले में हम दुनिया के टॉप तीन देशों में पहुंचने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया के सुनहरा मौका लेकर आया है। कोरोना और युद्ध से बनी परिस्थितियों के बावजूद, सप्लाई चेन में रुकावटों के बावजूद, भारत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का विकास की गति बना हुआ है।

मोदी ने कहा कि प्रगति का एक प्रमुख पहलू है मानसिकता में बदलाव। बदलती मानसिकता के लिए सरकार की लगातार प्रतिबद्धता के कारण न्यू इंडिया अपने विकास को गति दे रहा है। पिछले 8 वर्षों में हमने स्किल डेवलपमेंट पर फोकस किया, उसके लिए एक माहौल तैयार किया। इन सभी बदलावों को आत्मसात करते हुए, आज मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भारत की विकास यात्रा इस पड़ाव पर पहुंची है। उन्होंने कहा कि आज का भारत, एक नए माइंडसेट, एक नए वर्क कल्चर के साथ काम कर रहा है। हमने काम चलाऊ फैसलों का तरीका छोड़ा है और निवेशकों के लिए कई तरह के प्रोत्साहन लेकर आए हैं। हमने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना लॉन्च की, जिससे बदलाव दिखने लगा।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने आज जिस विनिर्माण केंद्र की आधारशिला रखी है उसका उपयोग टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और एयरबस डिफेंस एंड स्पेस, स्पेन के सहयोग से भारतीय वायुसेना के लिए 40 सी-295 विमानों के निर्माण के लिए किया जाएगा। यह केंद्र रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा और इस क्षेत्र में निजी कंपनियों की क्षमता सामने लाने में भी मदद मिलेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker