अवैध खनन स्वीकार्य नहीं, पूर्ण रोकथाम के लिए नियमित रूप से करें जांच: एसडीएम वसुंधरा
-प्रदूषण नियंत्रण के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों की करवायें पूर्ण अनुपालना
-एसडीएम की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक का आयोजन
सोनीपत, 25 जुलाई। एसडीएम शशि वसुंधरा ने कहा कि अवैध खनन स्वीकार्य नहीं है। अवैध खनन की पूर्ण रोकथाम के लिए नियमित रूप से जांच की जाए। साथ ही उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देशों की पूर्ण अनुपालना की जाए।
एसडीएम कार्यालय में सोमवार को खनन को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एसडीएम शशि वसुंधरा कर रही थी। उन्होंने विस्तार से खनन तथा अवैध खनन को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि खनन नियमानुसार ही किया जाए। अवैध रूप से खनन पर पूर्ण पाबंदी है। यदि कहीं इस प्रकार की सूचना मिलती है तो तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से रात्रि के समय भी जांच करें। इसके लिए उन्हें पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। स्टॉक से भी ओवरलोडिंग नहीं होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने आरटीओ विभाग के अधिकारियोंं को निर्देश दिए कि वे ओवरलोडिंग गाडिय़ों को पकड़े और जुर्माना लगायें। ओवरलोडिंग गाडिय़ों के चालान करने की कार्रवाई लगातार जारी रखी जाए। इसके लिए विशेष रूप से अभियान चलायें। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को यमुना बांध की देखरेख के निर्देश देते हुए कहा कि बांध का प्रयोग खनन के लिए नहीं होना चाहिए। इसके लिए बांध पर अवरोधक लगाये जायें। इसकी नियमित जांच करें। नियमों की अनदेखी स्वीकार नहीं होगी। यदि कोई नियमों की अवहेलना करता है तो उनको गिरफ्तार करवायें। इसके लिए उन्होंने पुलिस विभाग को पुलिस सहायता व पूर्ण सहयोग देने के निर्देश दिए।
इस दौरान खनन विभाग की ओर से कुछ गांवों की सूची दी गई, जिनमें अवैध रूप से खनन की सूचनाएं मिलती हैं। इन गांवों में बेगा, पबनेरा, मेहंदीपुर, बख्तावरपुर, नांदनौर, जगदीशपुर, मनोली व झुंडपुर विशेष रूप से शामिल हैं। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि इस मामले मेंं खनन विभाग को पूर्ण सहयोग दिया जाए। इसके अलावा उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण के लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फैक्ट्रियोंं से रसायनयुक्त पानी खुले में न छोड़ा जाए। इसके लिए नियमित रूप से जांच की जाए। यदि ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
इस मौके पर डीएसपी विपिन कादयान, खनन अधिकारी अशोक कुमार, प्रदूषण विभाग के एसडीओ रविंद्र यादव आदि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।