यमुनानगर: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन पर हुई संगोष्ठी
यमुनानगर, 22 मई। गुरु नानक खालसा कॉलेज के समाज कार्य विभाग के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता काॅलेज प्राचार्य डॉ (मेजर) हरिन्दर सिंह कंग ने किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला यमुनानगर के महा प्रबंधक देवेन्द्र शर्मा ने शिरकत की।
उन्हाेंने बताया कि ग्रामीण भारत की महिलाओं की आजीविका पर विशेष ध्यान देने के उद्देश्य को लेकर भारत सरकार की यह महात्वाकांक्षी योजना है। जिसे राज्य सरकारों के सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है। शर्मा ने बताया कि इस योजना को लागू करने के लिए गांव,ब्लाक और जिला स्तरीय संगठनात्मक ढांचा मौजूद है। जिसके माध्यम से ग्रामीण महिलाएं गांवों मे रहकर ही अपनी आजीविका के साधन जुटा कर आत्म निर्भर बनाने का अभियान चलाया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इस मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों मे महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाकर व अन्य प्रयासों से उनकी आजीविका के साधन भी पैदा किए जा रहे हैं।
प्राचार्य डॉ (मेजर) हरिन्दर सिंह कंग ने कहा कि गांवों से जब जनसंख्या का पलायन शहरों की तरफ होता है तो दो नुकसान होते हैं ।पहला,ग्रामीण क्षेत्रों मे खेती-बाडी का व अन्य कार्य करने वाला मानव संसाधन उपलब्ध नही होता। परिणाम स्वरूप ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे विकास,निर्माण और कल्याण के कार्य रुक जाते हैं। दूसरा,शहरों मे जनसंख्या बढने से दबाव पैदा होता है ।इसलिए ग्रामीण आजीविका मिशन वास्तव मे वरदान है। कार्यक्रम के दौरान ही गांव और शहरों मे घूमने वाले निराश्रित गौवंश को 12 माह 24 घंटे चारा-पानी उपलब्ध करवाने का संकल्प भी प्राचार्य ने सभी को दिलवाया।