गोपाष्टमी सोमवार को, भगवान श्रीकृष्ण गोविंद नाम से इसी तिथि से कहलाए
लखनऊ, 31 अक्टूबर । गौ माता की पूजा का पर्व गोपाष्टमी मगलवार को मनाई जाएगी। यह पर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। इसमें गायों को स्नान और अंलकृत कर पूजा की जाती है। सांझ को उनके वापस आने पर हरा चारा खिलाने की परम्परा है। लखनपुरी में इस अवसर पर अवध गौशाला व गोपेश्वर गौशाला सहित अन्य गौशालाओं में माता के पूजन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
अवध गौशाला समिति की ओर से चौक स्थित गौशाला में गोपाष्टमी उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगां । उत्सव में पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्माजी व पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन शामिल होकर पूजन करेंगे। शाम को गौपालकों का सम्मान व महिला मंडल द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम भी होगा।
उधर गोपेश्वर गौशाला में वृहद स्तर पर समारोह आयोजित होगा। इसमें अजय याज्ञनिक सुंदर काण्ड का पाठ करेंगे। इसके अलावा गौ पूजन, सप्त गौ परिक्रमा, गोदान व गौमाता के निमित्त तुलादान किया जाएगा। इसके अलावा हरि नाम संकीर्तन यात्रा निकाली जाएगी। शाम को यहां दीपदान व महाआरती का कार्यक्रम होगा।
गोपाष्टमी के सम्बंध में पौराणिक कथा है कि घनघोर वर्षा से गोप-गोपियों और गायों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से सप्तमी तक गोवर्धन पर्वत को उठा लिया था। आठवें दिन इंद्र ने अपना अहंकार त्याग कर भगवान से क्षमा मांगी। कामधेनु ने भगवान का अभिषेेक किया । मान्यता है कि इसी दिन से श्रीकृष्ण का एक नाम गोविंद भी पड़ा। इसी तिथि से गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाने लगा।