बाढ़ प्रभावितों को बसाने की कार्य-योजना बनेगी : सीएम
संतकबीरनगर, 13 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धनघटा तहसील क्षेत्र में नदी तटबंध के उस पार रहने वाले लोगों को हर साल बाढ़ आपदा की स्थिति का सामना करना पड़ता है। उन्हें बचाने के लिए इस पार सुरक्षित स्थान पर बसाने की कार्य योजना बनाई जाए। शासन के अधिकारी इस पर गंभीरता से विचार करें। अक्टूबर माह में अप्रत्याशित बाढ़ के संकट से जनता को उबारने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है और इसी के अनुरूप राहत व बचाव कार्य तेजी से आगे बढ़ाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री गुरुवार को संतकबीरनगर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद धनघटा तहसील के छपरा मगर्वी में दिव्यांश पब्लिक स्कूल परिसर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद उनके बीच राहत सामग्री वितरित कर रहे थे। सीएम योगी ने आश्वस्त किया कि आपदा के इस काल में केंद्र व राज्य सरकार हर पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है। बाढ़ पीड़ितों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न व अन्य सामग्री का वितरण कराया जा रहा है। कार्य में जनप्रतिनिधि व प्रशासन के लोग पूरी तत्परता से लगे हैं। अगले दो से तीन दिन के अंदर हर पीड़ित व्यक्ति तक राहत सामग्री व अन्य जरूरी सहायता उपलब्ध हो जाएगी। उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ से जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास या मकान बनवाने के लिए 1.20 लाख रुपये तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिन किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं, सर्वे कराकर उन्हें हम 18 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से क्षतिपूर्ति देंगे। दुधारू पशु गाय, भैंस आदि के मरने पर 37 हजार 500, बकरी, भेड़, सूअर के मरने पर 4000, गैर दुधारू पशु ऊंट, घोड़ा आदि के मरने पर 32 हजार, बछड़ा, गधा, टट्टू आदि के मरने पर 20 हजार रुपये की दर से पशुपालकों को सहायता राशि दी जाएगी। मुर्गी पालकों को हुई क्षति पर प्रति मुर्गी 100 रुपये की दर से सहायता प्रदान की जाएगी।
बाढ़ का पानी हटते ही स्वच्छता का कार्यक्रम चलेगा
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ का पानी हटते ही स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का व्यापक कार्यक्रम चलाया जाए। यह ध्यान रखा जाए कि बीमारी न पनपने पाए। हर स्वास्थ्य केंद्र पर एंटी स्नेक वेनम व एंटी रेबीज इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करने के साथ ही लोगों को स्वच्छता व शुद्ध पेयजल के लिए जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से प्रार्थना की कि सभी लोग जल्द ही आपदा से मुक्त होकर मंगलमय तरीके से दीपावली मनाएं।