दिल्ली

खुश रहने के लिए खुशी के पहलुओं की समझ हो: गौर गोपाल दास

-दिल्ली सरकार के स्कूलों में ‘हैप्पीनेस उत्सव 2022’ की हुई शुरुआत

नई दिल्ली, 14 जुलाई। केजरीवाल सरकार के स्कूलों में गुरूवार से ‘हैप्पीनेस उत्सव 2022’ की शुरुआत हुई। प्रसिद्ध लाइफस्टाइल कोच गौर गोपाल दास और उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरूवार को कौटिल्य सर्वोदय विद्यालय, चिराग एन्क्लेव में एक पखवाड़े तक चलने वाले इस उत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर गौर गोपाल दास ने बच्चों के साथ हैप्पीनेस क्लास अटेंड करते हुए माइंडफुलनेस का अभ्यास किया और बच्चों से हैप्पीनेस पर खास बातचीत करते हुए उन्हें हैप्पीनेस के असल मायने बताएं।

उन्होंने कहा कि हैप्पीनेस की जो बातें आज दिल्ली सरकार के स्कूलों में बच्चों को सिखाई जा रही है वो चीजें मैं इंजीनियरिंग करने के बाद आध्यात्मिक जीवन में आने के बाद सीख पाया कि कैसे माइंडफुल रहते हुए स्वयं अपने मन और जिन्दगी को बेहतर बना सकते है।

गौर गोपाल दास ने बच्चों से चर्चा करते हुए कहा कि खुश रहने के लिए ये बेहद जरुरी है कि हमें खुशी के पहलुओं की समझ हो। हमें लगता है कि बहुत-सी सुविधाएं होने पर हम खुश रह सकते है लेकिन ऐसा नहीं है। उदाहरण के लिए कोई शानदार गाडी हमें खुशी नहीं देती बल्कि सफर से खुशी मिलती है। ठीक उसी तरह हमें घर से खुशी नहीं मिलती बल्कि उसमें रहने वाले लोगों से उनके साथ हमारे रिश्तों से खुशी मिलती है।

आगे उन्होंने कहा कि हमारे पास कितने भी संसाधन हो लेकिन यदि हमारा मन परेशान है तो हम खुश नहीं रह सकते है। इसलिए हमारे मन का मजबूत (स्ट्रोंग) होना बहुत जरुरी है यदि मन स्ट्रोंग रहा तो हम हर छोटी-छोटी चीजों में खुशी ढूंढ लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कई बार सफलता खुशी नहीं लाती पर खुशी हमेशा सफलता जरुर लाती है।

अपने रिश्तों, समाज के प्रति हमारे योगदान और मन की ताकत से हम खुद खुशी का निर्माण करते है। पर एक बात ध्यान रखनी चाहिए कि सफलता कभी हमारे सिर पर नहीं चढ़नी चाहिए और असफलता को कभी दिल में नही रखना चाहिए। क्योंकि सफलता हमारे सिर पर चढ़ कर अभिमानी बना देती है और असफालता हमारे मन में जाकर हमें डिप्रेस कर देती है।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में चार साल पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्त्व में हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की गई और दलाई लामा की उपस्थिति में इसे लांच किया गया। पिछले चार सालों में हमारे स्कूलों में हैप्पीनेस पढ़ाने का ये सफर बहुत शानदार रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले 4 सालों में देश-दुनिया के बहुत से लोगों इस करिकुलम से देखने-सीखने आए कि कैसे रोजाना दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लाखों बच्चे अपने दिन की शुरुआत हैप्पीनेस की क्लास और माइंडफुलनेस से करते है।

क्या है हैप्पीनेस उत्सव

हैप्पीनेस उत्सव, हैप्पीनेस करिकुलम के वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है। जहां दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में 15 दिनों तक इसका आयोजन किया जाता है। इस साल के उत्सव का विजन हैप्पीनेस करिकुलम को समुदायों तक, हर घर तक पहुंचाना है। दिल्ली सरकार के स्कूलों में हैप्पीनेस पढ़ने वाला प्रत्येक बच्चा इस बार पांच अन्य लोगों के साथ हैप्पीनेस क्लास से जुड़े अपने अनुभव साझा करेगा। इसके माध्यम से सरकार का उद्देश्य लाखों दिल्लीवासियों तक हैप्पीनेस उत्सव पहुंचाना और उन्हें खुश रहना सीखाना है।

उल्लेखनीय है कि गौर गोपाल दास एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं, और इन्होने अपनी पढ़ाई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे से की। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने अपने करियर को अपग्रेड करते हुए एक ‘लाइफ कोच’ बनने का फैसला किया।

इसके बाद से दो दशकों से अधिक समय से गौर गोपाल दास भारत और दुनिया के विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों और कॉर्पोरेट फर्मों में अपनी बातें रख रहे हैं और यहां तक कि वह संयुक्त राष्ट्र और ब्रिटिश संसद में भी बोल चुके हैं। उन्होंने शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सामाजिक पहल के लिए धन जुटाने के लिए कई चैरिटी कार्यक्रमों में भी बात की है।

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