स्वामी दयानंद सरस्वती मात्र धार्मिक सुधारक ही नहीं बल्कि महान देशभक्त एवं समाज सुधारक थे: राजीव जैन
सोनीपत
मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती मात्र धार्मिक सुधारक ही नहीं बल्कि महान देशभक्त एवं समाज सुधारक थे, वैसे पहले ऐसे महामानव थे जिन्होंने वेदों को सत्य विधाओ की पुस्तक कहा ही नहीं बल्कि सिद्ध भी किया।
राजीव यह थे कि स्वामी जी एक स्वतंत्र व्यक्ति के अधीन थे, परिपाटी या पूर्व निवास से स्वीकार किए गए थे। वेदों के प्रति निष्ठा और विशिष्टता यह थी कि वेद मानव की स्वतंत्र शक्ति के कार्य को एक अनंत प्रकाश विशिष्टता प्रदान करते हैं। युवा पीढ़ी के जन्म के बाद जन्म हुआ जो युवा पीढ़ी के बच्चे थे, जो मूल रूप से युवा थे, जो कि गलत थे। वेदपाल शास्त्री जी ने सत्य प्रकाश के एक-एक सूत्र पर कार्य किया।
कार्यक्रम में युधिश्री लाल, सतीश आर्य, रामगोपालभाली, अंश दीक्षा, सुर बत्रा, दिनेश आर्य, अशोक कुमार, सुधांशु नित्य शास्त्री, पंकज बत्रा, कौशल्या देवी, निर वधवा, पर्क्वीन बत्रा, राजपत्र, लता सपड़ा उपलब्ध।