स्वच्छता में गुरुग्राम को टॉप10 शहरों में लाना हमारा लक्ष्य: नवीन गोयल
-नवीन गोयल ने झाड़सा बांध पर की सफाई अभियान की शुरुआत
-सिंगल यूज प्लास्टिक छोडऩे का भी लोगों से किया आग्रह
सिद्धार्थ राव, गुरुग्राम। स्वच्छता के मामले में हमें गुरुग्राम को देश के टॉप10 शहरों लाना है। यह हमारा लक्ष्य है। यह लक्ष्य गुरुग्राम के हर व्यक्ति के सहयोग के बिना संभव नहीं है। इसलिए यहां का हर नागरिक अपने आसपास सफाई का ध्यान रखे। सफाई खुद भी रखें और दूसरों को भी प्रेरित करें। व्यक्ति से व्यक्ति तक इस अभियान को जब हम एक आंदोलन बना देंगे तो अपने मिलेनियम शहर को इस लक्ष्य तक पहुंचा सकते हैं। यह आह्वान किया है पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने यहां पटेल नगर स्थित झाड़सा बंध पर स्वच्छता अभियान का शुभारंभ करते हुए कही।
पर्यावरण संरक्षण विभाग, नगर निगम गुरुग्राम, युवा स्वच्छता एवं जन सेवा समिति दुल्हेड़ी के सांझा प्रयासों से यह सफाई अभियान चलाया गया। इसमें पटेल नगर समेत आसपास के लोगों के साथ संस्थाओं के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए जन-जन को पर्यावरण, स्वच्छता का संदेश देते हुए नवीन गोयल ने कहा कि चाहे पर्यावरण सरंक्षण हो या जल संरक्षण,चाहे शहर की साफ-सफाई हो या शारीरिक स्वच्छता। ये सभी विषय एक-दूसरे के पूरक हैं। सभी का ध्येय स्वच्छता है। स्वच्छता से हम स्वयं सही रह सकते हैं। स्वच्छता से शहर की सुंदरता बढ़ेगी। पर्यावरण स्वच्छ होगा तो हम बीमारियों से दूर रहेंगे। ऑक्सीजन की कमी को हम सबको अहसास है। कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेंडरों में हम लेने को भागदौड़ कर रहे थे। अगर हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएं तो कभी ऑक्सीजन सिलेंडरों की हमें जरूरत नहीं पड़ेगी।
हमारा शहर ऐसा हो कि चारों तरफ हरियाली ही नजर आए। जमीन पर कहीं गंदगी ना फैली हो, ऐसी हमारी सफाई व्यवस्था हो। ऐसा करने के लिए हमें सिर्फ सरकार के भरोसे ना बैठकर खुद भी जिम्मेदार बनना होगा। अगर हम सभी अपने आसपास की सफाई भी रखनी शुरू कर दें तो कभी स्वच्छता अभियान की जरूरत नहीं होगी। ये छोटे-छोटे काम ऐसे हैं, जिसमें हम सीधे तौर पर सरकार का सहयोग कर सकते हैं। जब हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता के लिए झाड़ू उठा सकते हैं। एक खाली प्लास्टिक की बोतल सड़क से उठा सकते हैं तो फिर हमें ऐसे काम करने में पीछे नहीं रहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने ये दोनों काम करके देश को संदेश दिया है कि हमारी व्यक्तिगत जिम्मेदारियां भी स्वच्छता के लिए हैं। हम जनसेवा के किसी काम में शर्म, झिझक महसूस ना करें। हम जो काम करेंगे, वह राह चलते लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा। एक दिन में अगर हमने एक व्यक्ति को भी प्रेरित कर दिया तो हमारा काम सफल माना जाएगा। उन्होंने फिर से सभी नागरिकों का आह्वान किया कि वे अगर एक काम करना चाहते हैं तो स्वच्छता रखें। उससे कई काम सिद्ध हो जाएंगे।
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