पंचकूला: 1857 का संग्राम-हरियाणा के वीरों के नाम नाटक के मंचन
पंचकूला, 21 सितंबर। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने युवाओं का आहवान करते हुए कहा कि वे देश को आजाद करवाने वाले वीर क्रांतिकारियों के बलिदानों से प्रेरणा लेकर राष्ट के नव निर्माण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि हमें देश के लिए मरना नहीं है, अपितु देश के लिए जीकर भारत के स्वर्णिम इतिहास को जीवित रखना है। वे बुधवार को सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा तथा जिला प्रशासन पंचकूला के संयुक्त तत्वावधान में पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित जैनेन्द्र गुरूकुल के आत्म आडिटोरियम में 1857 का संग्राम-हरियाणा के वीरों के नाम नाटक के मंचन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
श्री गुप्ता ने कहा कि 15 अगस्त 2022 को भारत को आजाद हुए 75 वर्ष पूरे हो गए हैं और इसी कड़ी में पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। 1857 का संग्राम-हरियाणा के वीरों के नाम नाटक की प्रशंसा करते हुए गुप्ता ने कहा कि 1857 का प्रथम स्वाधीनता संग्राम विश्व के महान संघर्षों में से एक है। आजादी के अमृत महोत्सव के निमित आायोजित इस नाटक मंचन में हरियाणा के वीरों का जीवंत प्रस्तुतिकरण किया गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा हमेशा ही कृषि प्रधान देश रहा है। इसलिए 17वीं शताब्दी में ईस्ट इंडिया कंपनी के मुनाफाखोर नीति का सबसे ज्यादा कुप्रभाव हरियाणा को भुगतना पड़ा। देशी रियासत प्रभावहीन हो गए थे। गुप्ता ने नाटक का मंचन करवाने के लिए सूचना जन संपर्क एवं भाषा विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के नाटकों का मंचन समय-समय पर करवाया जाना चाहिए, ताकि हमारी युवा पीढ़ी, देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जान सके। इस अवसर पर पार्षद सोनू बिरला व ऋतु गोयल, विधानसभा अध्यक्ष के निजी सचिव अमित गुप्ता, पीआरओ दिनेश कुमार, सूचना एवं जन संपर्क विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी तथा स्कूली बच्चे व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।