कुराड़ गांव के चौराहे टुटी पुलिया दे रही हादशों का न्यौता, प्रशासन का नही ध्यान
कुराड गांव मे चौराहे पर टुटी पुलिया का दृश्य
बापौली,16जुलाई : कुराड़ गांव के प्रमुख चौराहे पर बने नाले की पुलिया टूटने से आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों की जान पर बन आई है। हैरानी की बात तो यह है कि पूर्व में सरपंच रहे व भविष्य में सरपंच बनने का ख्वाब देख रहे नेता ग्रामीणों की इस परेशानी को संबंधित अधिकारी को बताने का कष्ट तक नहीं कर पा रहे हैं।
बता दें कि गांव कुराड़ सनौली ब्लाक का एक बड़ा गांव हैं जिसमें मौजूदा समय में उद्योग लगने से जनसंख्या वाहनों की संख्या में भी काफी बढ़ौतरी हुई है। बावजूद इसके गांव की सुविधाओं में कोई बढ़ौतरी नहीं हो पाई। हालात यह हो चले हैं कि सरकार को हर महीने किसी ना किसी रूप में करोड़ों रूपये का राजस्व देने वाला कुराड़ अपने हालात पर आंसू बहा रहा है। गांव की गलियों,नालियों,सडक़ों यहां तक की सफाई को भी तरस रहा है। गांव की फिरनी पर कुड़े के पहाड़ बने हुए हैं। नाले गंदगी से लबालब भरे हुए हैं। यही नहीं गांव के प्रमुख चौराहे जोकि गांव के मेन अड्डे पर है की पुलिया पिछले एक पखवाड़े से टूटी हुई किसी हादसे को न्यौता दे रही है। यह पुुुुलिया उस चौराहे पर बनी है जिससे आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों को गुजरना होता है। जिसमें गांव कुराड़, धनसौली, नगला आर, नगला पार,बाबैल,बराना, बरसत,पत्थरगढ़, सनौली कलां आदि शामिल हैं। ऐसे में इस टूटी पुलिया से गुजरना खासकर रात के अंधेरे में किसी खतरे से कम नहीं है। ग्रामीणों की माने तो वह रह चुके व बनने का ख्वाब देखने वाले सरपंचों की गांव के विकास के प्रति सोच को देख रहे हैं अन्यथा तो जिस दिन मन करेगा उस दिन इस पुलिस को बनवा ही देंगे। वहीं इस बहाने मौजूदा समय पर पंचायतों का कार्यभार देख रही अधिकारियों की भी पोल खुल रही है। जिससे समय आने पर सरकार को अवगत कराया जाएगा।