पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन शामिल हुए श्रीमदभागवत कथा में
-श्रीमदभागवत कथा के श्रवण मात्र से मानव जीवन का कल्याण सुनिश्चित: राजीव जैन
– ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में किया गया कथा का सफल आयोजन
सोनीपत, 03 सितंबर। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि श्रीमदभागवत कथा के श्रवण मात्र से ही मानव जीवन का कल्याण सुनिश्चित हो जाता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अनिवार्य रूप से पूर्ण श्रद्घा व विश्वास के साथ श्रीमदभागवत कथा का श्रवण करना चाहिए।
ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में श्री सनातन धर्म सभा एवं श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर सभा द्वारा श्रीमदभागवत कथा का भव्य आयोजन किया गया है, जिसके समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन शामिल हुए। उन्होंने पूर्ण विधि-विधान के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना कर ईश कृपा प्राप्त की। साथ ही उन्होंने कथा में शामिल होकर श्रीमदभागवत कथा का श्रवण भी किया। कथावाचक श्री ध्रुव कृष्ण गोसाई जी महाराज ने प्रभावी रूप में कथावाचन किया, जिनसे श्री जैन ने विशेष रूप से आशीर्वाद लिया।
पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि आज के दौर में मानव जीवन विभिन्न प्रकार की समस्याओं के मक्कडज़ाल में फंसा हुआ दिखाई देता है, जिनसे निकलने के लिए प्रभु की शरण अति आवश्यक है। इसके लिए सबसे सरल उपाय श्रीमदभागवत कथा का श्रवण कर अनुकरण करना है। आधुनिक दौर में भी श्रीमदभागवत कथा प्रासंगिक है, जिसमें मानवीय जीवन की हर प्रकार की समस्याओं का निवारण है। यदि हमें अपना जीवन बेहतरीन रूप में यापन करना है तो हमें कथा का श्रवण-अनुकरण करना चाहिए।
पूर्व मीडिया सलाहकार जैन ने श्रद्घालुओं को प्रोत्साहित किया कि वे कथा श्रवण कर इसे दूसरे लोगों को भी सुनाकर पुण्य के भागी बनें। मानव के लिए पथ प्रदर्शक के रूप में श्रीमदभागवत कथा विद्यमान है, जिसका हमें पूर्ण लाभ उठाना चाहिए। किसी भी नकारात्मक एवं विपरीत परिस्थितियों से बाहर निकलने के लिए हम कथा का सहारा ले सकते हैं। इस दौरान आयोजकों ने पूर्व मीडिया सलाहकार को फूलमालाएं पहनाकर तथा श्रीमदभागवत की प्रति भेंंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर तरुण गंगवानी, सुरेशानंद, रवि जैशवाल, सुभाष सिंह, सुरेश डुडेजा, लक्ष्मण, वीरेंद्र जैन, रमेश बत्रा, गोविंद सुरजीत अरोड़ा काफी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।