आयुष्मान भारत योजना: घंटों लाइन में लगने के बाद नहीं बन पा रहे आयुष्मान गोल्डन कार्ड
सोनीपत
परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में एक लाख 80 हजार से कम आय वालों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है। सरकार की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने के लिए एक लिस्ट भेजी है। जिसके बाद से अस्पतालों में योजना का लाभ लेने वालों की लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई। बृस्पतिवार को नागरिक अस्पताल में कर्मचारी के समय पर नहीं पहुंचने पर लोगों का गुस्सा देखने को मिला। घंटों लाइन में लगने के बाद रोषित महिलाएं व पुरूष जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पहुंचकर रोष-प्रकट करने लगे। जिसके बाद नोडल अधिकारी ने लोगों को शांत किया।
बता दें कि एक तरफ सरकार आयुष्मान भारत योजना के कार्डों को तेजी से बनाने का दावा करती है वहीं दूसरी तरफ आयुष्मान भारत योजना की साइट ठप रहती है। ऐसे में आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाने का काम धीमी गति से हो रहा है। बृहस्पतिवार को नागरिक अस्पताल सहित कई जगहों पर आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाने का काम किया गया। सुबह से लाइन में लगी महिलाएं सोनिया, दीपा, रेखा, सुनीता ने बताया कि सुबह 9 बजे से लाइन में लगकर अपना नंबर आने का इंतजार कर रहे है, कर्मचारी सीट पर नहीं होने के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारी के समय पर सीट पर न होने के कारण जिला स्वास्थ्य अधिकारी के पास पहुंचे। जहां जिला नोडल अधिकारी डा. अनीता ने महिलाओं को शांत करके वापिस लाइन में लगने के लिए कहा। उसके बाद कर्मचारी को फोन करके बुलाया।
नई लिस्ट जारी होने पर लाभार्थियों की लगी भीड़, नहीं मिल रहे नाम-
प्रदेश सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना की नई सूची जारी कर दी गई है। जिसके बाद आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की संख्या बढ़ गई है। जो लोग अब आयुष्मान भारत योजना में शामिल हुए है। वे कार्ड बनाने के लिए आयुष्मान केंद्रों पर पहुंचने शुरू हो गए है। ऐसे में आयुष्मान केंद्रों पर कार्ड बनाने वालों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है। नागरिक अस्पताल में लंबी लाइन में लगने के बाद महिलाओं को लिस्ट में नाम न होने की जानकारी मिली। जिसके बाद महिलाएं नाराज होकर वापिस घर चल गई।
कार्ड बनाने के लिए केंद्रों पर 500 से 700 रुपये लेने का आरोप-
कोर्ट मोहल्ला निवासी सोनिया, दीपा, सुनीता व सेक्टर-15 निवासी रेखा ने बताया कि सरकार ने गरीबों को राहत देने के लिए योजना की शुरूआत की है। उनके परिवार की आय 1 लाख 80 हजार रुपये से कम दर्ज है, लेकिन सुबह से घंटों लाइन में लगने के बाद उन्हें लिस्ट में नाम न होने की जानकारी मिली। अस्पताल से बाहर अटल सेवा केंद्रों पर कार्ड चैक करने व बनाने के लिए 500 से 700 रुपये लोगों को ऐंठे जा रहे है। जबकि केंद्रों पर फ्री में कार्ड बनवाने का प्रावधान बताया जा रहा है।