बुवि अंतर्राष्ट्रीय मिलिट वर्ष – 2023 : प्रतियोगिता में 50 टीमों ने किया प्रतिभाग
झांसी,16 जनवरी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में “अंतर्राष्ट्रीय मिलिट वर्ष -2023” को वृहद रूप से मनाने के लिए कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे द्वारा आईवीएम समिति का गठन किया गया है। समिति द्वारा मोटे अनाज पर आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में आईटीएचएम, एफएसटी, होम साइंस, एग्रीकल्चर, फूड टेक इन्जीनियरिंग और जर्नलिज्म विभाग के 50 टीमों ने प्रतिभाग किया। इसमें छात्रों द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय व्यंजन की प्रस्तुति की गई जो मोटे अनाज पर आधारित थे।
इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉक्टर अनिल कुमार रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, प्रोफेसर शिवकुमार एवं शैफ संदीप कुमार, लेमन ट्री होटल रहे। छात्रों के द्वारा प्रस्तुत व्यंजनों की सराहना विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी वसी मोहम्मद, कुलसचिव विनय कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर एसपी सिंह, डीन साइंस प्रोफेसर आरके सैनी ने की।
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुनील काबिया ने छात्रों के बने व्यंजनों को परखा व उनको प्रेरित किया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर फूड टेक्नोलॉजी की छात्राएं नैंसी राय एवं शिखा वर्मा की टीम, द्वितीय स्थान पर होटल मैनेजमेंट के छात्र रितिक पटेरिया एवं पत्रकारिता विभाग की छात्रा सृष्टि तिवारी की टीम एवं तृतीय स्थान पर टेक्नोलॉजी विभाग के सुधांशु शर्मा एवं पलक पांडे की टीम रही। इस अवसर पर आयोजित एक विशिष्ट व्याख्यान का में विशेषज्ञ डॉ० अनिल कुमार ने मोटे अनाज – एक चमत्कारी अनाज पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि मोटे अनाज की प्रसंस्करण की आवश्यकता है और हमें इस पर कार्य करना चाहिए ताकि हमारे किसान भाई मोटे अनाज उगाने के लिए प्रेरित हो सकें।
प्रोफेसर सुनील काबिया जी ने स्वागत भाषण में मोटे अनाज को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर जोर दिया। प्रोफेसर शिव कुमार, विभाग अध्यक्ष, फूड टेक्नोलॉजी ने मोटे अनाज की प्रोसेसिंग की विधियां व तकनीक बताई। कार्यक्रम का संचालन डॉ नूपुर गौतम ने किया और डॉ प्रतिभा आर्य ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के शुरुआत में आयोजक समिति के सदस्यों डॉ नूपुर गौतम, डॉ प्रतिभा आर्य, डॉ महेंद्र सिंह, डॉ रवि कुमार डॉ भार्गव एवं डॉ आस्था गुप्ता ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के आयोजन में मुकुल खरे, जय किशन पुरोहित, अभिषेक जोशी ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर देवेश निगम, डॉ सुधीर द्विवेदी, डॉ आशीष सेठ, डॉ नम्रता, प्रज्ञा, मनीष और कासिम उपस्थित रहे।