कुरुक्षेत्र: मौत के साए में शिक्षा ग्रहण कर रहे राजकीय प्राथमिक पाठशाला बजीदपुर के छात्र
कुरुक्षेत्र, 07 अगस्त। सरकार जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लंबे चौड़े दावे कर रही है लेकिन इन दावों के बीच खंड पिपली के राजकीय प्राथमिक पाठशाला बजीदपुर के छात्र मौत के साए में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं । आलम है की बरसात के दिनों में स्कूल के कमरों व बरामदे में पानी खड़ा हो जाता है । इतना ही नहीं बरसात के पानी के चलते स्कूल में करंट के आने का भी खतरा बना रहता है । हालांकि स्कूल जर्जर हालत में पहुंच चुका है। ग्राम पंचायत की ओर से स्कूल को कंडम कोशिश करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है।
स्कूल की एसएमसी प्रबंधक कमेटी द्वारा भी स्कूल को कंडम घोषित कर करने का प्रस्ताव जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजा हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी आज तक इस स्कूल को ना तो लोक निर्माण विभाग ने डेड घोषित किया है और ना ही शिक्षा विभाग ने इस दिशा में कोई कारगर कदम उठाया है ऐसे में मौत के साए में छात्र शिक्षा ग्रहण करने के लिए मजबूर है। स्कूल में तीन कमरे व एक बरामदा है। तीसरी व चौथी कक्षा के छात्र पढ़ाई करते हैं तथा एक स्टोर है। बरसात में पानी भर जाने के बावजूद छात्र पढ़ाई करने को मजबूर हैं। सकूल की बिल्डिंग लगभग 1980 में बनाई गई थी। दीवारें व छत जर्जर हालात में हैं। ग्राम पंचायत ने इस बिल्डिंग को कंडम घोषित करवाने के लिए लगभग 4 वर्ष पहले एक प्रस्ताव पारित कर एसडीओ पीडब्ल्यूडी के पास भेजा गया था। इसके अलावा एस.एम.सी की मीटिंग में 26 मार्च 2021 व 5 अप्रैल 2022 को प्रस्ताव पारित कर खंड शिक्षा अधिकारी थानेसर को बिल्डिंग को कंडम करवाकर नई बिल्डिंग बनाने की गुहार लगाई गई थी। स्कूल की मुख्याध्यापिका ने भी खंड शिक्षा अधिकारी को जर्जर बिल्डिंग के बारे में अवगत कराया था ।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी का कार्य देख रही जिला उप शिक्षा अधिकारी वंदना ने बताया कि अभी उन्होंने कार्यभार संभाला है । स्कूल की क्या स्थिति है इस बारे में वे दस्तावेज देखकर ही कुछ बताने की स्थिति में होंगी । लेकिन उन्होंने साथ यह भी कहा कि शीघ्र ही इस दिशा में कोई निर्णय लिया जाएगा।