उत्तर प्रदेश

आरआरटीएस के प्रॉयोरिटी सेक्शन में प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स लगाने का काम शुरू

गाजियाबाद,19 सितम्बर दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर आरआरटीएस स्टेशनों मे प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) इंस्टॉल करने का कार्य आरंभ कर दिया गया है। सोमवार को इसकी शुरुआत गुलधर आरआरटीएस स्टेशन से की गई है। इसके अंतर्गत प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स के विभिन्न पार्ट्स जैसे की, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर, फ़िक्स्ड डोर पैनल, प्लेटफ़ार्म इंड गेट, आपातकालीन इस्केप डोर, और फ़िक्स्ड स्क्रीन आदि को प्लेटफ़ार्म पर लगाया जा रहा है।

एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स को आरआरटीएस ट्रेन के दरवाजों व ईटीसीएस लेवल-2 सिग्नलिंग सिस्टम, के साथ एकीकृत किया जाएगा जिसके परिणामस्वरूप, ट्रेन के दरवाज़े प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स के साथ साथ खुलेंगे और बंद होंगे। यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन और प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स के दरवाजे बंद होने के बाद ही ट्रेन को चलाया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि आरआरटीएस ट्रेनों के संचालन के लिए, एनसीआरटीसी यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस लेवल-2 ) की हाइब्रिड लेवल 3 तकनीक को लागू कर रहा है, जो दुनिया के सबसे उन्नत सिग्नलिंग और ट्रेन कंट्रोल सिस्टम में से एक है। ऐसा दुनिया में पहली बार होगा कि लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) रेडियो पर आधारित सिग्नलिंग सिस्टम में नवीनतम डिजिटल इंटरलॉकिंग और स्वचालित ट्रेन ऑपरेशन (एटीओ) होगा। इससे ट्रेन की सेवा की हाई फ्रीक्वेंसी, बेहतर हेडवे और अधिक क्षमता संभव हो पाएगी। पुनीत ने बताया कि प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स ट्रेन और ट्रैक के बीच में यात्रियों की सुरक्षा के लिए ढाल के रूप में कार्य करेंगे, जिससे स्टेशनों पर बेहतर भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित किए जाने के साथ-साथ किसी भी अप्रिय घटना जैसे यात्रियों के पटरियों पर गिरने जैसी घटनाओं से बचाव संभव हो सकेगा। इस प्रकार, यह न केवल अप्रत्याशित घटनाओं को रोकने में मदद करेगा बल्कि दुर्घटनाओं के जोखिम को भी नगण्य कर देगा।

प्राॅयोरिटी सेक्शन के बाकी स्टेशनों के लिए भी प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स लगाने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है। जैसे-जैसे इन स्टेशनों में रूफ शेड लगाने का कार्य पूरा होता जाएगा, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स लगाने का कार्य भी गति पकड़ लेगा। आरआरटीएस कॉरिडोर पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स लगाने का कार्य मेसर्स एलस्टॉम द्वारा किया जा रहा है।

आरआरटीएस कॉरिडोर पर प्राथमिक तौर पर चलाई जाने वाली ट्रेन 6 कोच की होगी। इसमें 5 स्टैंडर्ड और एक प्रीमियम क्लास कोच होगा। प्रत्येक स्टैंडर्ड क्लास कोच में एक तरफ 3 और प्रीमियम क्लास कोच में 2 दरवाज़े होंगे। इस हिसाब से पूरी ट्रेन में कुल 17 दरवाज़े होंगे। इसी आधार पर आरआरटीएस स्टेशनों के प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर फिलहाल 17 पीएसडी लगाए जाने का प्रावधान है।

यात्रियों की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं के लिए अलग कोच, स्टेशन और ट्रेन में सीसीटीवी द्वारा मॉनिटरिंग, ट्रेन में व्हील चेयर और स्ट्रेचर के लिए पूर्व- निर्धारित स्थान के अलावा स्टेशनों पर स्ट्रेचर को लाने-ले जाने के लिए बड़ी लिफ्ट इनमें से कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं।

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