उत्तर प्रदेश

 बकाए में नगर निगम की 48 दुकानों के पंजीकरण पर लटकी तलवार

-नगर निगम की 48 दुकानें आवंटित कराने वाले नहीं कर रहे संचालन

-बकाया कर भी नहीं कर रहे जमा

गोरखपुर, 17 नवम्बर। गोरखपुर नगर निगम के सभी 10 जोन में 48 दुकानें ऐसी हैं, जिनका संचालन आवंटियों द्वारा नहीं कराया जा रहा है। न ही बकाया कर जमा किया जा रहा है। अब नगर आयुक्त ने दो दिन में ऐसी दुकानों की सूची तलब की है। ताकि ऐसी दुकानों का सामूहिक रूप से पंजीकरण निरस्त कर पुन: नीलाम किया जा सके। नगर आयुक्त अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि ऐसी दुकानों को अंतिम रूप से नोटिस पहले ही दी जा चुकी है।

गुरुवार को अविनाश कुमार सिंह करेत्तर वसूली को लेकर बैठक में समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र, उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, समस्त जोनल अधिकारी, कर अधीक्षक विपुल विक्रम राय, बृजेन्द्र लाल, लेखाकार एजाज आलम, कम्प्यूटर प्रोग्रामर आरकेएल श्रीवास्तव एवं करेत्तर विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।

बैठक में अपर नगर आयुक्त को समस्त रेन्ट विभाग के वसूली कर्मचारियों की समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए गए। महानगर के 10 जोनों में से 05 जोन की समीक्षा विपुल राय व शेष 05 जोन की समीक्षा बृजेन्द्र को करने का नगर आयुक्त ने निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दोनों कर अधीक्षकों के कार्यों की समीक्षा मुख्य कर निर्धारण अधिकारी करेंगे।

इन क्षेत्रों में बंद पड़ी हैं दुकानें

असुरन पिपराइच रोड पर 24, हड़हवा फाटक पर 03, असुरन शॉपिंग काम्पलेक्स में 10, मोहद्दीपुर चारफाटक पर 08, जलकल विद्युत सब स्टेशन दक्षिण तरफ 01, दुर्गावाणी मत्स्य विक्रय केंद्र में 03, जुबली सिनेमा रोड 01, रीड्स साहब धर्मशाला 01, लाल डिग्गी 01 और महेवा बेसमेंटी 01 दुकान बंद पड़ी है। इन पर इन दुकानों पर लाखों रुपये का बकाया भी है।

बकाएदारों की बनाए तीन सूची

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि सभी बकायादारों को तीन श्रेणी बड़े बकायादार, दूसरे छोटे बकायादार और तीसरे सामान्य बकायादार की सूची बनाए जाने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने बैठक में कहा कि बड़े बकायादार के यहां वसूली के लिए वे स्वयं जाएंगे। उन्होंने समस्त वसूलीकर्ताओं से 2 दिवस में सभी बंद दुकानदारों की सूची तलब की है।

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