सोनीपत , 25 अगस्त। महावीर कालोनी स्थित सिद्ध पीठ श्री लक्ष्मी नारायण बालाजी मंदिर में आयोजित छटी महोत्सव भव्य रासलीला के मंचन के अंतिम दिन फूलों की होली खेली गई और छप्पन भोग गिरिराज महाराज के दर्शन कराए गए। इस चार दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन सोनीपत के मेयर निखिल , दिवंगत पूर्व विधायक श्री देवराज दीवान की धर्मपत्नी प्रमुख समाजसेवी श्रीमती बिमला दीवान, समाजसेवी मोहन मदान ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। रविन्द्र गुलिया विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मंदिर कमेटी के प्रधान सुरेश भारद्वाज ने की। इस अवसर पर सोनीपत मेयर निखिल मदान ने श्री कृष्ण राधा पर पुष्प वर्षा कर फूलों की होली खेली। उन्होंने कहा कि धर्म से ही हमारी संस्कृति आगे बढ़ती है और हमें अपने धर्म के पद चिन्हों पर चलते रहना चाहिए। सोनीपत मेयर ने सभी शहरवासियों को छठ पर्व की बधाई देते हुए कहा कि सोनीपत शहर में इस तरह के धार्मिक आयोजन लगातार होते रहने चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत और सहयोग करना चाहिए । हमारे धर्म से ही हमारा समाज और संस्कृति आगे बढ़ती है। हमें अपने धर्म के पद चिन्हों पर चलना चाहिए। प्रमुख समाजसेवी श्रीमती बिमला दीवान ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए बाला जी मंदिर कार्यालय को जिसका उद्घाटन भी उनके पति दिवंगत देवराज दीवान ने किया था ,उसमे एक स्प्लिट एसी दान में देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनके पति कभी भी धर्म के कार्यो के लिए पीछे नहीं हटे थे और वह भी उन्ही के पदचिन्हो पर चलते हुए बाला जी मंदिर में किसी भी तरह के धार्मिक कार्यक्रमों में सहयोग करने से पीछे नहीं हटेगी।
कार्यक्रम के दौरान मंच पर और नीचे खड़े भक्त जनों ने फूलों की होली खेली और कार्यक्रम का आनंद लिया। सभी भक्तजन होली के दौरान कृष्ण भक्ति में झूम रहे थे।आज के मंचन में जब भगवान कृष्ण 7 वर्ष के हुए तो उन्होंने देखा आज ब्रज में बड़ी तैयारी चल रही है। पूछने पर नंद बाबा ने बताया कि भगवान इंद्र की पूजा की तैयारी चल रही है। तब कृष्ण ने सबसे गोवर्धन की पूजा करने का अनुरोध किया। तब सब ने मिलकर गिरी गोवर्धन पूजा की। यह देखकर भगवान इन्द्र कुपित हो गया। 7 दिन रात बारिश करने का आदेश मेघमालाओं को दिया। तब 7 वर्ष के कृष्ण जी अपनी कनिष्ठ उंगली पर गिरिराज पर्वत को उठाकर ब्रज वासियों की रक्षा करते हैं। यह देखकर इंद्र घबरा जाता है। और कृष्ण के चरण पकड़कर क्षमा मांगता है। इससे पूर्व ब्रज बरसाने की विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली व फूलों की होली का भक्तजनों ने आनंद लिया। प्रबंधन कमेटी के प्रधान सुरेश भारद्वाज ने अतिथियों का पटका ,चुन्नी एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत और धन्यवाद किया। चार दिवसीय कार्यक्रम में वृंदावन से आए कलाकारों स्वामी गिरिराज शर्मा, स्वामी शिव दयाल शर्मा और सहयोगी कलाकारो ने अपनी पूरी शिद्दत से निभाया ।इस अवसर पर अशोक अरोड़ा , राज करण शर्मा, संजीव बत्रा, विकास खत्री, मेहरचंद मलिक, मुकेश भोला, संदीप भारद्वाज , ब्रिज मोहन कुच्छल , अमित कुच्छल ,महेंद्र वर्मा , विजय गौतम , अशोक ठेकेदार , सतबीर निर्माण ,प्रदीप भारद्वाज , पी के बाली , किशन सोनी , राजेश भारद्वाज, संदीप भारद्वाज, चरणजीत सहगल, सुरेंद्र कुमार, आनंद लाकड़ा, भोजराज पहलवान, ओम प्रकाश पुजारी, जतिन भारद्वाज, लवली खतरेजा, रिंकू खतरेजा, लक्ष्य दीवान ,मुकेश कुमार ,परवीन कुमार , अमन कुमार , सुरेंदर अरोड़ा , नरेश मुद्गिल ,जगदीश शर्मा , जतिन पाहुजा, अजीत भारद्वाज, हरगोविंद गंभीर, प्रकाश तनेजा, वीना भारद्वाज,समाजसेविका परमजीत कौर ,श्रीमती प्रियंका दीवान , वेदरानी अरोड़ा, पूनम शर्मा, पुष्पा झाम्ब, दया बहन जी, परमेश्वरी देवी, बनारसी देवी, आदि उपस्थित थे।