नवादा एसपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग
नवादा में एसपी ने पांच पुलिस अफसरों को हाजत में डाल दिखाई अंग्रेजियत:एसोसिएशन
नवादा, 10 सितम्बर। नवादा के एसपी गौरव मंगला ने 5 पुलिस पदाधिकारियों को नगर थाने के हाजत में अपराधियों की तरह बंद कर दिया था।जिसके विरुद्ध बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने जांच कर एसपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है ।मृत्युंजय सिंह ने जारी पत्र में कहा है कि नवादा के एसपी गौरव मंगला ने अंग्रेजियत का परिचय दिया है ।जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने बिहार के डीजीपी से नगर थाने के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर कार्रवाई की भी मांग की है ।जिला से लेकर राज्य स्तर पर पुलिस एसोसिएशन उठ खड़ा हुआ है।
पुलिस अधीक्षक डा गौरव मंगला पर आरोप लगा है कि 8 सितंबर की रात्रि उन्होंने नगर थाना के 2 दारोगा और 3 जमादार एसआई शत्रुधन पासवान, एसआई रामरेखा सिंह, एएसआई संतोष पासवान, एएसआई संजय सिंह और एएसआई रामेश्वर उरांव कुल 5 अफसरों को थाना हाजत में बंद कर दिया। करीब 2 घंटे तक सभी थाना हाजत में बंद रखे गए। बाद में सभी को मुक्त किया गया। इस घटना की जानकारी नवादा पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने दूरभाष पर अपने केंद्रीय कार्यालय पटना को दी।
इसे गंभीर मामला मानते हुए पुलिस एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने एसपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा हाजत में अपराधियों को बंद किया जाता है। पुलिस पदाधिकारी कोई अपराधी नहीं थे ।जिन्हें एसपी ने अपराधियों की तरफ बंद कर खुद ही कानून की धज्जियां उड़ाई है । एसपी के इस कदर अहंकारी भावनाएं ने पुलिस का मनोबल तोड़ कर रख दिया पुलिस अधिकारियों में एसपी के विरुद्ध काफी गुस्सा देखा जा रहा है।
पूरा मामला ये है कि 8 सितंबर की रात्रि करीब 9 बजे एसपी नगर थाना पहुंचे थे। कांडों की समीक्षा करने के दौरान कुछ अफसरों की लापरवाही सामने आई। इसके बाद वे खफा हो गए और पांच पुलिस अफसरों को हाजत में बंद करा दिया। करीब दो घंटे बाद सभी को हाजत से निकाला गया।
यह खबर 9 सितंबर शुक्रवार को वॉट्सएप पर सूचनात्मक रूप में वायरल हुई। कोई फोटो या वीडियो नहीं था। मामला आया राम गया राम हो गया था। इस बीच मामला तब तुल पकड़ा जब बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह तक यह बात पहुंची। उन्होंने एसपी से बात करने का प्रयास किया तो कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद 10 सितंबर को उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पूरे मामले की जांच की मांग कर दी है। नगर थाना का सीसीटीवी फुटेज खंगालने और विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की गई है।