वाराणसी में गुजरात के कष्टभंजन हनुमान मंदिर की दिखेगी अनुकृति
वाराणसी, 26 सितम्बर। काशीपुराधिपति की नगरी शारदीय नवरात्र के पहले दिन सोमवार से आदिशक्ति के नौ स्वरूपों के पूजन अर्चन में लीन है। शहर में तीन दिन दुर्गापूजा मेले की तैयारियों के साथ पूजा पंडालों को भव्यतम रूप देने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
शारदीय नवरात्र के आखिरी तीन दिनों में काशी में मिनी बंगाल की झलक दिखेगी। इसके लिए पूजा पंडाल आयोजक रात-दिन एक कर रहे हैं। इस बार मच्छोदरी पार्क के पूजा पंडाल में गुजरात के कष्टभंजन हनुमान मंदिर की अनुकृति तैयार हो रही है। द्रविड शैली में मंदिर के नक्काशी को कारीगर पूजा पंडाल में उतार रहे हैं। बंगाल से आए 25 कारीगर दिन-रात एक कर इसे मूर्त रूप दे रहे हैं। पंडाल के शिखर पर गुजरात के हनुमान जी विराजित होंगे। पंडाल की पूरी नक्काशी द्रविडियन शैली में की जा रही है। मच्छोदरा नाथ दुर्गाेत्सव समिति का भव्य पंडाल इस बार फिर लोगों की भीड़ खींच अपनी ओर आकर्षित करेगा।
पूजा समिति से जुड़े आशुतोष यादव ने बताया कि पंडाल में सुरक्षा के साथ सीसीटीवी की व्यापक व्यवस्था की गई है। पूजा पंडाल 70 फीट का बनाया जा रहा है। 30 सितंबर से पंडाल में पंचमी की पूजा के साथ मूर्ति स्थापित कर दी जाएगी और 5 अक्टूबर को मां दुर्गा का विसर्जन मच्छोदरी में तालाब में कर दिया जाएगा। वहीं, पंचमी से लगातार नामचीन कलाकारों द्वारा कार्यक्रमों की प्रस्तुति चलती रहेगी।
उल्लेखनीय है कि कुछ साल पहले ही मच्छोदरी पार्क में शुरू हुए आयोजन के कारण पहले जो भीड़ दुर्गा पूजा पंडाल देखने लहुराबीर से गोदौलिया की तरफ जाती थी। अब लहुराबीर से मैदागिन होते हुए मच्छोदरी की तरफ आती है। इससे रास्ते में टाउनहाल में लगे मेले का भी लोग आनंद उठाते हैं।