फरीदाबाद: निगम अधिकारियों की लापरवाही से उजड़ गया हरा-भरा जंगल
सीवर का पानी जमा होने से गिर रहे है पेड़
फरीदाबाद, 24 जून । नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही से हरा-भरा जंगल पूरी तरह से उजड़ गया है। सीवर का पानी जमा होने से पेड़ सूखकर गिर रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे किसी ने इस जंगल में आग लगा दी है। प्रदूषित पानी की वजह से पेड़ बुरी तरह से झुलस गए हैं। सूखकर पेड़ों के गिरने का सिलसिला जारी है। मिर्जापुर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट काम न करने की वजह से सीवर का पानी इसकी बगल में खाली जमीन पर डाला जा रहा है। लगातार दूषित पानी जमा होने की वजह से हजारों पेड़-पौधे नष्ट हो गए हैं।
उल्लेखनीय है कि नीमका जेल और मिर्जापुर स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के बीच में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की काफी जमीन है। यह जमीन सालों पहले प्राधिकरण ने अधिग्रहण की थी, लेकिन कोई योजना न होने की वजह से खाली पड़ी है। इस जमीन पर सफेदा, कीकर सहित अन्य पेड़-पौधे थे। काफी समय से मिर्जापुर स्थित प्लांट में आने वाला शहर के सीवर का पानी यहां डाला जा रहा है। प्राधिकरण के अधिकारी ने झांककर नहीं देखा कि जमीन का क्या हाल है और न ही उन्हें इस बारे में जानकारी है। इस प्लांट के काम न करने की वजह से न केवल जंगल तबाह हुआ बल्कि बल्लभगढ़-तिगांव मुख्य मार्ग की हालत भी खस्ता गई। इस प्लांट के बराबर में करीब 100 मीटर सडक़ काफी जर्जर है। यहां अक्सर प्लांट से पानी रिसकर जमा हो जाता है। इस वजह से सडक़ पर गड्ढे हो गए हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने एक-दो बार निगम से पत्राचार किया, लेकिन बात नहीं बनी। हजारों वाहन चालक रोज हिचकोले खा रहे हैं। इस गंदे पानी की वजह से नीमका जेल प्रबंधन भी परेशान हो गया था। उनकी चहारदीवारी गिरने का खतरा था। साथ ही बदबू की वजह से परेशानी थी। कई बार नगर निगम अधिकारियों को प्रबंधन की ओर से पत्र लिखा जा चुका है।
नगर निगम के अधीक्षण अभियंता ओमबीर सिंह का कहना है कि मिर्जापुर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण चल रहा है। 40 प्रतिशत काम हो चुका है। बाकी काम अगले साल जुलाई तक पूरा हो जाएगा। तब तक यहां पानी साफ नहीं होगा। प्लांट की बगल में जा रहे सीवर के पानी को रोक दिया गया है।