एचएसआईआईडसी बड़ी में हाऊसिंग बोर्ड के 770 फ्लैटों के मामले में मुख्य सचिव ने अलाटी की प्रतिक्रिया ली
— अगर हाऊसिंग बोर्ड के अधिकारी फ्लैटो की देखभाल व समय पर कब्जा देते तो विभाग घाटे में नही जाता : अलाटी
– 2010 से न ही फ़्लैटो पर कब्जा न ही पैसे मिल रहे है वापिस : अलाटी
हाऊसिंग बोर्ड के मुख्य सचिव विराट व अन्य अधिकारी अलाटीयों की समस्या सुनते व उपस्थित फ्लैटो के अलाटी।
गन्नौर। हरियाणा हाऊसिंग बोर्ड द्वारा बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में बोर्ड द्वारा वर्ष 2010 में विज्ञापित हाऊस बोर्ड़ द्वारा तय समय में फ्लेटों का आवंटन न करने के मामले में बोर्ड के अधिकारियों ने बड़ी फ्लेटों में पहुंचकर आवेदकों से बातचीत की। बोर्ड के मुख्य सचिव विराट के साथ चीफ इन्जीनियर कबूल सिंह, चीफ रिवेन्यू अधिकारी जयपाल, एक्सईन दीक्षा मलिक आदि ने पहुंचकर आवेदकों से बातचीत कर उनकी राय जानी तो आवेदकों ने आरोप लगाते हुए सचिव विराट को बताया कि अगर हाऊसिंग बोर्ड के अधिकारी शुरूआत में समय पर फ्लैटों का आवंटन करते और न होने की स्थिति में उनकी देखरेख करते तो आज ये हाल नही होता। अलाटी मंजीत राठी ने कहा कि जब 2010 में बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में 602 फ्लैटों के आवेदन निकाले तो उसमें 7 लाख 90 हजार फ्लैट का रेट तय किया। ड्रा के समय 1 लाख 20 हजार रूपये की राशि जमा की गई। इसी दौरान हाऊसिंग बोर्ड ने अलाटीयों को कब्जा नही दिया और 2018 में अलाटियों के पास बोर्ड की चिट्ठी आई कि उनके फ्लैटों का रेट 15 लाख 19500 रूपयें कर दिया है। जो जमा करवाएंगे। उसे ही बोर्ड कब्जा देगा। दर्जन आवेदकों ने कहा कि उन्हें न तो अब तक अलाट होने के बाद कब्जा मिला है, न ही उनके रूपये। अलाटीयों की प्रतिक्रिया सुनने के बाद सचिव ने कहा कि जिन लोगों के फ़्लैट लेने के लिए पैसे जमा है और वे बढ़ रेट में फ्लैट नही लेना चाहते है तो कोर्ट के आदेशानुसार निर्धारित ब्याज की राशि उन्हें मिलेगी। सचिव ने कहा कि बोर्ड द्वारा फ्लैटों की जो राशि बढ़ाई है वह लागत व अन्य खर्चों को देखते हुए बढ़ाई है। उन्होंने बताया कि जो अलाटी बढ़े हुए रेट में पैसे जमा नही करवाते दिसंबर के अंत तक बोर्ड द्वारा उनके जमा पैसे वापिस दे दिए जाएंगे। फ्लैटों की कीमत को लेकर विचार चल रहा है। उन्होंने आलटीयों से अपील की कि वे अपनी प्रतिक्रिया विभाग की ईमेल पर भी भेज सकते है। वर्ष 2014 में निकाले 168 फलैटों के अलाटी जिनका शुरू में ही रेट 15 लाख के करीब था। उन्होंने भी कब्जा दिलाने की मांग की।
अलाट के बाद हाऊसिंग बोर्ड़ अधिकारी ध्यान देते तो अलाटी परेशान नही होते : अलाटी
अलाटी मंजीत राठी, अजय, दिनेश, बड़ी इंडस्ट्रीयल मैनुफैक्चर एसोसिएशन के प्रधान अमित गोयल ने बताया कि अलाटी को अलाट होने के 8 व 10 साल का समय बीत गया है। अब $बोर्ड द्वारा फ्लैट का रेट डबल कर दिया। इनमें से बहुत से अलाटी को 4-5 साल का फ्लैट सरेंडर का पत्र देने के बाद समय हो गया है। उन्हें न पैसे मिल रहे न ही उन्हें फ्लैट। अब बोर्ड अपनी मनमानी करते हुए डबल रेट में फ्लैट देने की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि बोर्ड को चाहिए कि सबसे पहले खरबा हो चुके फ्लैटो की देखभाल करवाए। वे कबाड़ में तबदील हो रहे है। जिस समय फार्म भरा गया उसी रेट में फ्लैट दिए जाए। अगर नही देते तो निर्णय कर उनके पैसे वापिस दिए जाए। जिन्होंने पैसे वापिस के लिए पहले पत्र दिया है। उनके तुरन्त दिए जाए।
800 फ्लैट अलाटी में से अब लेने के लिए 17 ही भर रहे है किश्त
अलाटीयों ने बोर्ड सचिव को बताया कि हाऊसिंग बोर्ड के अधिकारियों की अनदेखी व परेशान होने, रेट दोगुना करने के कारण अब 800 अलाटी में से 17 ही किश्त जमा करवा रहे है। अधिकतर ने रेट डबल करने के बाद पैसे वापिस लेने का पत्र दिया है तो आधे कीमत कम करने की मांग कर रहे है। उन्होंने ेलापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।