सावित्री बाई फुले के सपनों को साकार करने में हम कटिबद्ध : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री चौहान ने सावित्री बाई फुले की पुण्य-तिथि पर किया नमन
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को महान समाज सुधारक सावित्री बाई फुले की पुण्य-तिथि पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने निवास कार्यालय स्थित सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की। विधायक मनीषा सिंह तथा सीताराम आदिवासी ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट कर कहा कि “आपके प्रखर विचारों के पुण्य प्रकाश में चलते हुए नारी सम्मान और सशक्त समाज के निर्माण के लिए अविराम कार्य करेंगे। आदरणीय सावित्री मैया आपके सपनों के शिक्षित और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए हम कटिबद्ध हैं।”
मुख्यमंत्री ने सावित्रीबाई के कथन को दोहराते हुए कहा कि “स्वाभिमान से जीने के लिए पढ़ाई करो, पाठशाला ही इंसानों का सच्चा गहना है। चौहान ने कहा कि “सामाजिक क्रांति की अखण्ड ज्योत प्रज्ज्वलित करने वाली देश की प्रथम महिला शिक्षिका, श्रद्धेय सावित्री बाई फुले जी की पुण्यतिथि पर उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं!”
उल्लेखनीय है कि सावित्री बाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था। वे भारत के प्रथम बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थी। सावित्री बाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जिया। उनका उद्देश्य विधवा विवाह कराना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना रहा। उन्होंने 3 जनवरी 1848 में पुणे में अपने पति के साथ मिलकर विभिन्न जातियों की 9 छात्राओं के लिए बालिका विद्यालय की स्थापना की। ऐसे दौर में जब लड़कियों की शिक्षा पर सामाजिक पाबंदी थी, तब श्रीमती फुले न सिर्फ स्वयं पढ़ी बल्कि उन्होंने लड़कियों के पढ़ने के लिए भी व्यवस्था की। दस मार्च 1897 को उनका निधन हुआ।