इटली से आए दल ने अनाज मंडी में धान की लागत, पैदावार से मीलर खर्च व बचत की जानकारी ली
किसान के खेत में पहुंचकर इटली दल धान की पैदावार की जानकारी लेते हुए।
गन्नौर। इटली से व्यापारी व किसानों के दल ने बुधवार को अनाज मंडी में पहुंचा और आढ़तियों से धान की मंडी में आवक से लेकर खरीद, मीलरों के खरीद व पैमेंंट तक की जानकारी ली। इटली दल का नेतृत्व इटली के राईस मिलों की सीईओ नताशा लीन हार्ट ने जी टी रोड पर लड़सौली के पास वीटी फाईन फूड लिमिटेड के सेल्स व मार्किटिंग के निदेशक अजीत कुमार सिंह के साथ आढ़तियों से जानकारी ली। निदेशक अजीत कुमार सिंह ने बताया कि वे अनाज मंडी में आने पर बेहतर धान की अच्छे भाव में खरीद करते है। इसके बाद धान मील में पहुंचाया जाता है। फिर चावल निकालकर पैकिंग के बाद विदेशों में भेजा जाता है। इसके अलावा धान को भी विदेश में भेजते है। किसान सुरेन्द्र से जानकारी ली कि धान रोपाई से कटाई तक किसान को कितनी लागत आती है और बिक्री कितने में होती है। किसान को कितना फायदा होता है। इटली के किसान ने बताया कि किसानों के खेत में कम लागत पर किस प्रकार धान की खेती की ज्यादा पैदावार ली जा सकती है तथा कैसे कम से कम स्प्रे करके धान की फसल को बचाया जा सकता है। यह जानकारी लेने के बाद दल दिल्ली के लिए रवाना हुआ। इटली से आई सीईओ ने आढ़ती व किसानों को बताया कि वे इटली के लिए पहले पाकिस्तान से धान की खरीद करते थे लेकिन इस बार वहां पैदावार कम व अच्छी नही है तो इस बार उन्होंने भारत से हरियाणा प्रदेश की धान खरीदने का मन बनाया है। विटी के निदेशक अजीत कुमार सिंह ने इटली सीईओ नताशा को बताया कि हरियाणा के किसानों का धान के उत्पादन पर रुझान बन रहा है। पिछले साल भी किसानों ने धान की फसल का अच्छा खासा उत्पादन किया था। किसानों व आढ़तियों ने इटली से आए दल से फसल में कम से कम कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करते हुए अच्छा उत्पादन लेने की तकनीकों के बारे में जाना। इस मौके पर आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान राजेश जैन, सचिव अनिल कौशिक, धीर सिंह आढ़ती के अलावा दर्जनों आढ़ती व किसान मौजूद थे।