एलजी ने नोटबंदी के दौरान काले धन को किया सफेद : आतिशी
नई दिल्ली, 29 अगस्त। आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी सिंह ने सोमवार को कहा कि जब देश के लोग नोटबंदी के दौरान 12-12 घंटे लाइन में खड़े थे तब दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) विनय सक्सेना काले धन को सफेद करने में लगे थे। देश भर के खादी ग्रामोद्योग संस्था के तत्कालीन अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने अपने कैशियर पर पुराने नोट लेकर उनको नए नोटों में बदलने का दबाव डाला था।
खादी ग्रामोद्योग के दो कैशियर ने विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ बयान दिया था लेकिन फिर भी उनकी जांच क्यों नहीं हुई ? सीबीआई और केंद्र सरकार से मांग है कि एलजी पर 14 सौ करोड़ के घोटाले की सीबीआई जांच कराई जाए। यह स्पष्ट तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है तो ईडी भी इसकी जांच करे।
इनके पुराने ऑफिस-आवास पर छापेमारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान ब्लैकमनी को व्हाइट मनी करने वाले व्यक्ति को दिल्ली के एलजी जैसे बड़े संवैधानिक पद पर क्यों बैठाया गया ? सीबीआई-ईडी की जांच तक विनय कुमार सक्सेना को एलजी के पद से हटाया जाना चाहिए।
आतिशी ने कहा कि आज दिल्ली विधानसभा में राजेंद्र नगर के विधायक दुर्गेश पाठक ने पूरे सदन के सामने चौंका देने वाले तथ्य सामने रखे हैं, जो केवल दिल्ली वासियों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देशवासियों के लिए एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है। पूरे देश ने देखा था कि किस तरह से नौ नवंबर 2016 को पूरे देश में नोटबंदी लगाई गई। उस नोटबंदी पूरे देश पर गहरा आर्थिक असर पड़ा। देश में करोड़ों लोग लाइनों में लग गए ताकि जो थोड़ी बहुत जमा पूंजी घर पर रखी थे, उसे नए नोटों में बदलवाने के लिए। लोग घंटो घंटो लाइन में खड़े रहे। बैंको के बाहर जब लोग 12-12 घंटे लाइन में खड़े रहे तो उस दौरान कई लोगों की मृत्यु हो गई। नोटबंदी के दौरान बहुत सारे बिजनेस बंद हो गए, लोगों की नौकरियां चली गई।
आतिशी ने कहा कि आज जो तथ्य विधानसभा में रखे गए, उससे यह सामने आया है कि जब पूरा देश लाइनों में लगा हुआ था। जब देश के लोगों के पास खाना खरीदने के पैसे नहीं थे तो एलजी जो आज दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर है। वह उस समय खादी ग्रामोद्योग (केवीआईसी) के देशभर के चेयरमैन थे। उन्होंने देश भर में खादी ग्रामोद्योग के भवनों को ब्लैक मनी को व्हाइट करने का काम किया है। उनके ही केवीआईसी के दो कैशियर संजीव कुमार और प्रदीप यादव ने इंक्वायरी कमेटी की अलग-अलग एजेंसीज के सामने बयान दिया।