संसद लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक: बिरला
– लोकसभा अध्यक्ष ने सूरीनाम की नेशनल असेंबली में सदस्यों को संबोधित किया
पारामारिबो/ नई दिल्ली, 31 अगस्त। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सूरीनाम की नेशनल असेंबली को सम्बोधित करते हुए कहा कि संसद लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतीक है और लोगों के जीवन में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने में अग्रणी भूमिका निभाती है। बिरला ने सदन में सार्थक विचार-विमर्श की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि भारत की संसद में जनकल्याण से संबंधित मुद्दों पर वाद-विवाद और चर्चा को प्रोत्साहित किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सदस्यों के बीच रचनात्मक वाद-विवाद और चर्चाओं से ही प्रभावी कानून बनते हैं।
सूरीनाम में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सूरीनाम की नेशनल असेंबली के सदस्यों को संबोधित किया। बिरला लोकसभा के पहले अध्यक्ष हैं जिन्होंने सूरीनाम की नेशनल असेंबली को संबोधित किया।
बिरला ने 75 वर्षों के दौरान भारत की विकास और प्रगति के पथ पर सफल यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत 2047 तक विकसित देश बनने की कार्य योजना के साथ तैयार है। उन्होंने इस बात का उल्लेख भी किया कि समावेशी विकास से जुड़े मूलभूत मुद्दों के समाधान की दिशा में तत्परता से कार्यवाही की गई है।
बिरला ने भारत और सूरीनाम के बीच ऐतिहासिक और घनिष्ठ संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की अपार संभावनाएं हैं। यदि भारत और सूरीनाम मिलकर काम करें, तो वे दुनिया में लोकतंत्र को एक नई दिशा दे सकते हैं। बिरला ने सुझाव दिया कि भारत और सूरीनाम को आईपीयू में अपने संबंधों को और मजबूत करना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने सूरीनाम की संसद के सदस्यों को नई संसद के निर्माण पर बधाई दी।
बिरला ने सूरीनाम की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष श्री. मारिनस बी से मुलाक़ात की। चर्चा के दौरान बिरला ने लोकसभा सचिवालय के प्रशिक्षण संस्थान, प्राइड के माध्यम से सूरीनाम की नेशनल असेंबली के सांसदों और अधिकारियों के क्षमता निर्माण और प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए भारत और सूरीनाम के बीच संसदीय सहयोग को और मजबूत करने की बात की।
लोकसभा सचिवालय और सूरीनाम गणराज्य की नेशनल असेंबली के बीच सूचना के आदान-प्रदान और संसदीय अभिलेखागार, संसदीय दस्तावेजों आदि तक बेहतर पहुंच के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन के भाग के रूप में लोकसभा डिजिटल अभिलेखीय पुस्तकालय प्रणाली स्थापित करने और सूरीनाम गणराज्य की लोकतांत्रिक संस्थाओं के कामकाज के बारे में टीवी चैनलों द्वारा तैयार कार्यक्रमों के पारस्परिक प्रसारण के लिए तंत्र का विकास और संचालन करने में सूरीनाम नेशनल असेंबली की मदद करेगी।
लोकसभा अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि इस समझौता ज्ञापन से भारत और सूरीनाम और दोनों देशों की संसदों के बीच घनिष्ठ संबंधों को प्रोत्साहित करने तथा दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों को और मजबूत करने के लिए संसदीय साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा।
सामान के मानकीकरण, अंकन और गुणवत्ता प्रमाणन के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) और सूरीनाम मानक ब्यूरो के बीच एक और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इससे सूरीनाम में गुणवत्ता आश्वासन और उपभोक्ता सशक्तीकरण में मदद मिलेगी ।
सूरीनाम के विदेश मंत्री अल्बर्ट रामदीन के नेतृत्व में मंत्रियों के एक समूह ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला से मुलाकात की। बैठक के दौरान बिरला ने सूरीनाम के एक भरोसेमंद मित्र और विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने सूरीनाम में कृषि, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के सहयोग का आश्वासन भी दिया।
बाद में, लोकसभा अध्यक्ष ने सूरीनाम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। सूरीनाम के सामाजिक-आर्थिक विकास में उनके योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारतीय प्रवासी दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने उनसे अपने मेजबान देश के विकास में योगदान जारी रखने और साथ ही साथ भारत की परंपरा और संस्कृति से जुड़े रहने का आग्रह किया।