लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया
मुख्य वक्ता प्रतीक राजकुमार शर्मा ।
राई। कुंडली स्थित राजकुमार शर्मा फÞाउंडेशन कार्यालय में गुरुवार को लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकुमार शर्मा जी ने की। मुख्य वक्ता प्रतीक राजकुमार शर्मा ने कहा कहा हम कितने लोग हैं जो लाला लाजपत राय जी के विषय में पूर्ण ज्ञान रखते हैं। उनका पूरा का पूरा जीवन देश के लिए समर्पित था।
उन्होंने आजादी की लड़ाई में त्रिदेव के रूप में कार्य किया। इतिहास में लाल बाल पाल के नाम से प्रसिद्ध हुए लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और विपिन पाल। लाला लाजपत राय आजादी की लड़ाई में अपना अलग स्थान रखते हैं। जिस समय साइमन कमीशन भारत आया, उस आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि मेरे सिर पर पड़ी लाठी अंग्रेजों की ताबूत का आखरी कील होगी। उन पर किए हुए प्रहार के बाद भगत सिंह सुखदेव राजगुरु ने 30 दिन के अंदर साइमन की हत्या करके उनके मौत का बदला लिया और स्वयं फांसी पर चढ़ गए। ऐसे वीर सपूतों को हृदय से श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। प्रतीक राजकुमार शर्मा ने कहा कि यह बहुत दुख की बात हैं कि राष्ट्र की रक्षा के ख़ातिर जिन्होंने अपने सर्वस्व न्योछावर कर दिया, उन सच्चे देशप्रेमियों के बारे में इतिहास के पाठ्यक्रम में नही पढ़ाया जाता बल्कि जिन्होंने देश लूटा और उग्रवाद किया, ऐसों के बारे में किताबें भरी हुई हैं। इस मौके पर रामकुमार ढाका सेवली, जयपाल ढाका, शेर सिंह, तस्वीर भोरिया पहलवान, अमित, मंदीप, महावीर सिंह, जीते, सुधीर, हरबीर, दीपक, माइकल, जगदीप आदि मौजूद थे।