पंचकल्याणक महोत्सव के पांचवे दिन भगवान की आहारचर्या वैभव कार्यक्रम धूमधाम से हुआ सम्पन्न
आदिनाथ भगवान की पूजा अर्चना करते गुप्ति सागर महाराज साथ मे रंजना दीदी व भगवान की आहारचर्या वैभव करते श्रद्धालु
गन्नौर। जीटी रोड़ स्थित गुप्ति सागर धाम मेंंं मनाए जा रहें पंचकल्याणक महोत्सव के पांचवें दिन मंगलवार को आहारचर्या वैभव महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव भगवान ने एक साल तपस्या करने के बाद इक्षु-गन्ने के रस को पीकर व्रत का पारण किया था। गुप्ति धाम में भगवान आदिनाथ की लघु प्रतिमा को चांदी की पाण्डुशिला पर रखकर उनका गन्ने के रस से अभिषेक किया गया। इस मौके पर गुप्ति सागर महाराज ने भगवान आदिनाथ के बारे में श्रद्धालुओं को बताया कि एक दिन भगवान ऋषभदेव गाँव-नगर भ्रमण करते हुए अपने पौत्र के राज्य हस्तिनापुर पहुंचे। राजा श्रेयांश के द्वारा भगवान आदिनाथ को प्रथम आहार देने पर देवता अत्यधिक प्रसन्न हुए। इसी के साथ राजा भरत ने संपूर्ण भारत में भोजन के दान की शुरुआत की और राजा श्रेयांश को दानतीर्थ प्रवर्तक की संज्ञा दी गयी। इस मौके पर कैलाश चंद उत्तराखंड के, एचसीएस सुरेंद्र दून, विकास तहसीलदार, जिवेंद्र तहसीलदार, एस के जैन, सुबोध जैन, पवन जैन, हरीश जैन, अमित जैन उर्फ मुन्ना, सुनील कुमार इंदौर सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।