सोनीपत, 24 जून।
समाजवाद के प्रवर्तक अहिंसा के पुजारी दुनिया को गरीब कल्याण के उत्थान का संदेश देने वाले महाराजा अग्रसेन की जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग को लेकर हरियाणा प्रदेश वैश्य महासम्मेलन की जिला इकाई ने मुख्यमंत्री के नाम जिला उपायुक्त ललित सिवाच को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव जैन ने किया।
ज्ञापन में लिखा गया कि हरियाणा सरकार ने महाराज अग्रसेन के शासन की अनुकरणीय आर्थिक सामाजिक एवं राजनीतिक नीतियों को देखते हुए हिसार एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखने तथा इंदिरा गांधी मीरपुर विश्वविद्यालय रेवाड़ी में महाराजा अग्रसेन शोध पीठ की स्थापना करने का सराहनीय कार्य किया जिसके लिए वैश्य समाज मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करता है। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष प्रदीप बंसल, अंतराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के जिला अध्यक्ष नवीन मंगला, महीला अध्यक्ष सीमा गोयल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
ज्ञापन में कहा गया है कि 2014 तक पांचवी कक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम में जीवनी शामिल थी परंतु बाद में अनावश्यक पाठ हटाने के चक्कर में महाराजा अग्रसेन की जीवनी भी हटा दी गई। ज्ञापन में लिखा है कि पंजाब सरकार ने महराजा अग्रसेन जी की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल कर भी लिया है परंतु हरियाणा में बार-बार मांग करने और आश्वासन मिलने के बाद भी अभी तक शामिल नहीं किया गया है। शोधपीठ के माध्यम से आने वाले विषय देश की युवा पीढ़ी तक पहुंचें इसके लिए पाठ्यक्रम में शामिल करना अति आवश्यक है।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष राजीव जैन ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर पूरे प्रदेश में ज्ञापन दिए जा रहे हैं और आवश्यकता पड़ी तो जन जागरण अभियान भी चलाया जायेगा। प्रतिनिधिमंडल में राजीव अग्रवाल, रेखा गर्ग, अनील जैन, पवन जैन, कृष्ण सी.ए, पवन गुप्ता, रमेश जैन, जगदीश जैन मौजूद थे।