ज्वाला देवी गंगापुरी में हुआ ‘मातृ भारती का गठन’
एक अच्छे समाज की संकल्पना नारी के बिना सम्भव नहीं : रंजना
प्रयागराज, 08 अगस्त। स्थानीय प्रो. राजेन्द्र प्रसाद (रज्जू भैया) शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कालेज गंगापुरी रसूलाबाद में सोमवार को ’’मातृ भारती गठन एवं मातृ सम्मेलन’’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ने कहा कि एक अच्छे समाज की संकल्पना नारी के बिना सम्भव ही नहीं है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि इन्स्पेक्टर पुलिस लाइन प्रयागराज रंजना भारतीय ने कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों की इस परम्परा में हम सभी मातृशक्तियों को बुलाकर अविस्मरणीय सम्मान दिया है। इसलिए हम सभी माताओं को सदैव शिशुओं को उनकी आत्मशक्ति को विकसित करते रहना चाहिए।
कार्यक्रम अध्यक्ष ऋतु द्विवेदी विद्यालय प्रबन्ध समिति सदस्य ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से आयी हुई माताओं के विश्वास को पुनः जागृति करना होता है, जिससे शिशुओं के विकास में एक ऊर्जा प्राप्त हो जाती है। साथ ही सभी उपस्थित माताओं से विद्यालय प्रगति में सहयोग हेतु आग्रह किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम की प्रस्ताविकी विद्यालय के प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने रखते हुए कहा कि संसार में मां ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना है, जिसकी तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती है। इस दौरान बतौर विशिष्ट अतिथि रचना मिश्रा मातृ भारती की चयनित अध्यक्ष भी उपस्थित रही।
इसके पूर्व विद्यालय मातृ भारती की प्रमुख एवं कार्यक्रम संयोजिका आचार्या बेबिका राय ने अतिथियों का परिचय कराया। कहा कि समाज में मॉ ही भावी पीढ़ी का निर्माण करती है। इसी बात का ध्यान रखते हुए विद्या भारती के विद्यालयों में मातृ भारती का गठन किया जाता है। उन्होंने मातृ भारती में चयनित पदाधिकारियों की घोषणा की। जिसमें रचना मिश्रा (अध्यक्ष), पूनम गुप्ता (उपाध्यक्ष), शशि प्रभा (मंत्री), नीतू सिंह (सहमंत्री), अर्चना धुरिया (कोषाध्यक्ष), अनामिका सिंह (प्रचार प्रसार मंत्री), नेहा त्रिपाठी, शालिनी विश्वकर्मा व सुमन सिंह (सदस्य) निर्वाचित हुईं।
विद्यालय एकादश की छात्रा दिव्यांशी सिंह की माता सुधा सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए विद्यालय की शिक्षा व संस्कार की प्रशंसा की। कार्यक्रम में सैकड़ों माताएं, विद्यालय की सभी अध्यापिका व अध्यापक उपस्थित रहे। सभी अतिथियों एवं मातृशक्तियों का आभार ज्ञापन अनीता त्रिपाठी ने एवं संचालन सरोज सिंह व रीता विश्वकर्मा ने किया।