रोडवेज चालक हत्याकांड मामला- मुख्य आरोपित व उसके साथियों को अदालत में किया पेश, एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा
पुलिस आरोपितों से वारदात स्थल व मुरथल ढाबे का करवायेगी सत्यापन
सोनीपत राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 पर रोडवेज चालक को थार कार से कुचलने के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित व उसके साथियों को अदालत में पेश किया। अदालत ने तीनों आरोपितों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपितों से गंभीरता से पूछताछ की जा रही है। आरोपितों से वारदात स्थल व मुरथल ढाबे का सत्यापन करवाया जायेगा। पुलिस ने मामले में एक आरोपित महिला को पहले गिरफ्तार कर लिया था। जिसे अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज रखा है। वही मुख्य आरोपित प्रांजल की मां को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। जहां से उसे जमानत मिल गई थी। वारदात में प्रयुक्त थार कार प्रांजल की मां के नाम से है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
यह था मामला-
गांव सलीमसर माजरा हाल में सरस्वती विहार निवासी दीपक ने गत 6 सिंतबर को पुलिस से शिकायत देकर बताया था कि उसका पिता जगबीर सिंह (48) रोडवेज विभाग में चालक के तौर पर तैनात है। हाल में उनकी डयूटी दिल्ली डिपो में थी। हर रोज की तरह सुबह डयूटी पर जाने के लिए हरियाणा रोडवेज में बैठकर दिल्ली जा रहे थे। सुबह चार बजे चालक प्रमोद कुमार रोडवेज की अनुबंधित बस लेकर दिल्ली के लिए चले थे। उसमें यात्रियों के साथ ही दिल्ली डिपो पर कार्यरत रोडवेज के कर्मचारी भी शामिल थे। मेरे पिता को दिल्ली से रोडवेज की बस को लेकर चंडीगढ़ जाना था। प्रमोद कुमार जब बस लेकर बहालगढ़ से दिल्ली हाईवे पर चला तो पीछे से थार गाड़ी आई। थार में सवार युवकों ने लगातार हार्न बजाना शुरू कर दिया। बस के आगे कई वाहन व जगह न होने के चलते थार चालक को साइड नहीं मिल पाई। इस पर जीप सवार युवक व युवतियों ने गालियां देना शुरू कर दिया। उसके बाद चालक प्रमोद ने बस को धीमी करके उनको साइड दे दी। वह देरी से साइड मिलने का आरोप लगाकर धमकी देने लगे। कुंडली थाना क्षेत्र में पहुंचने पर केएफसी के सामने बस को रूकवा लिया। उसके बाद चालक व परिचालक सहित अन्य नीचे उतर आए। उसी दौरान थार चालक ने गाड़ी को उनके ऊपर चढ़ा दिया। हादसे में परिचालक सहित चार अन्य घायल हो गए। गाड़ी के कुचलने से उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में लाया गया। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में भिजवाया। जहां शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया था। मृतक के छोटे बेटे संदीप ने अगले दिन ही शमसान घाट में पहुंचकर जहरीला पदार्थ निगल लिया। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने हत्यारोपितों की गिरफ्तारी होने तक शव लेने से इंकार कर दिया था। इसके साथ ही रोडवेज का प्रदेशभर में चक्काजाम कर दिया गया था। इस मामले पर गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ ही परिवहन मंत्री ने भी संज्ञान लिया था। एसपी ने इस मामले में एसआइटी का गठन किया था। डीएसपी विपिन कादियान के नेतृत्व में एसआइटी की 20 से ज्यादा टीम छापामारी कर रही है। एसआइटी की टीम ने थार जीप में तीन युवकों के साथ सवार एक युवती मोनिका ग्रोवर गिरफ्तार कर लिया था। उसको न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने आरोपित प्रांजल की मां ऋतु खुराना को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया था कि उसे बेटे प्रांजल व उसके साथियों के बारे में कोई जानकारी नही है। पुलिस ने आरोपित को अदालत में पेश किया। जहां से उसे जमानत मिल गई था। पुलिस ने देर शाम फरार चल रहे तीनों आरोपितों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों को अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड की अपील की। अदालत ने आरोपितों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपितों से वारदात स्थल पर जाकर क्राइम सीन के बारे में पूछताछ की जायेगी।
एसआईटी नैनीताल पहुंची तो वहां से दिल्ली भागे-
पुलिस के अनुसार आरोपितों के रिश्तेदारों, दोस्तों व छिपने के संभावित ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की गई। आरोपित उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर, ब्रजघाट और उत्तराखंड के ऋषिकेश, देहरादून में छिपते रहे। जहां भी इनपुट मिला पुलिस ने दबिश दी। इसी बीच पुलिस को पता लगा कि वह नैनीताल में है। पुलिस ने तुरंत वहां की पुलिस से संपर्क किया। जिससे नैनीताल पुलिस की सरगर्मी बढ़ाई तो आरोपित वहां से भागकर दिल्ली आ गए।
वर्जन
रोडवेज चालक हत्याकांड मामले में तीनों आरोपितों को अदालत में पेश किया। जहां से उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। आरोपितों गंभीरता से पूछताछ की जा रही है। वहीं साक्ष्य जुटाने के लिए जरूरी जानकारी और सत्यापन किया जाना है।
विपिन काद्यान, प्रभारी गठित एसआईटी।