बाजरा व मक्का की फसल को सुड़ी प्रकोप से बचाने को दो बार करें काईट और बक्सर का स्प्रे
औरैया, 07 सितम्बर। बेमौसम बारिश के प्रकोप के चलते किसानों ने या तो समय से फसलों की बुआई नहीं कर पाये। संसाधनों के चलते जिन लोगों ने किसी प्रकार से खरीफ की फसल में बाजरा और मक्का की फसल तैयार कर भी लिया तो समय से ज्यादा समय तक बारिश के चलते फसलों में सुड़ी का प्रकोप बढ़ने लगा है। ये फसल को चट करने में अपना कहर बरपा रहा है।
क्षेत्र में लगभग साठ प्रतिशत में ही बाजरा या मक्का की फसल किसान बुआई कर बचा सके हैं। इनमें अब सुड़ी नामक कीट लग रहा है और फसल की पत्ती को खा रहा है जिससे किसानों को फसल नुकसान का खतरा लग रहा है।
इस सम्बन्ध में क्षेत्रीय कृषि केमिकल सलाहकार स्वदेश कुमार ने बताया कि इन कीटों से बचाव के लिए काईट और बक्सर दवा का घोल बना के एक दो बार स्प्रे करके फसलों को बचाया जा सकता है। कृषि केमिकल सलाहकार के नसीहत पर अछल्दा, दिबियापुर, अजीतमल ब्लाक क्षेत्र के किसानों ने फसलों में इसका प्रयोग शुरू कर दिया है। किसान रमेश सिंह, आशू, ज्ञान सिंह ने बताया कि मैंने इस उर्वरक का प्रयोग अपनी फसलों में किया तो सुड़ी का नाम-ओ-निशान मिटने के साथ पौधों में चमक भी आ गई। सभी किसान भाईयों से सलाह है कि ये उर्वरक ही फसलों में डाले और भरपूर पैदावार लें।