नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एसी से भरे ट्रक को लूटने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से 43 एसी बरामद कर लिए गए हैं। इसकी जानकारी देहरादून पुलिस को दे दी गई है, जहां घटना को लेकर एफआईआर हुई थी। आरोपितों की पहचान तिलक लोहिया और संजय गुप्ता के रूप में हुई है। तिलक लोहिया 2014 में लाजपत नगर इलाके में हुई आठ करोड़ रुपये की लूट के मामले में शक्ति नायडू गैंग के साथ शामिल था।
अपराध शाखा के डीसीपी दीपक यादव ने बताया कि 31 जनवरी 2022 को देहरादून से 120 एसी लेकर एक ट्रक झज्जर के लिए रवाना हुआ था। ट्रक चालक मोहम्मद इजार ने इस ट्रक में लगे हुए एसी निकाल लिए और ट्रक को अलीगढ़ के टप्पल में लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गया।
बीते चार फरवरी को इसे लेकर देहरादून के पटेल नगर में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। हाल ही में अपराध शाखा की टीम को आरोपित के बारे में एक गुप्त सूचना मिली। सूचना को पुख्ता कर इंस्पेक्टर दिलीप कुमार की टीम ने छापा मारकर तिलक लोहिया और संजय गुप्ता को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में दोनों ने इस वारदात में शामिल होने की बात कबूल की। इनकी निशानदेही पर 43 स्प्लिट एसी बरामद किए गए। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि आजमगढ़ निवासी रामजीत इस तरह के ट्रक को निशाना बनाता है। वह दोनों उसके गैंग में काम करते हैं। उन्होंने बड़ी संख्या में ट्रक ड्राइवरों के साथ अच्छी दोस्ती कर रखी है। उनके साथ मिलकर वह इस सामान को लूटते हैं। इसके लिए वह ड्राइवर को अच्छा खासा हिस्सा देते हैं। लूटे गए सामान को वह कम कीमत पर बाजार में बेच देते हैं।
गिरफ्तार किया गया तिलक लोहिया छतरपुर का रहने वाला है। 2006 में उसके पिता का देहांत हुआ था। वह दसवीं कक्षा तक पढ़ा है। मेरठ पुलिस द्वारा फरवरी 2020 में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर शक्ति नायडू के गैंग का सदस्य रहा है। बाद में वह उससे अलग हो गया था। जनवरी 2020 में शक्ति नायडू ने उस पर हमला किया था जिसमें उसे 6 गोलियां लगी थी। वहीं उसका रिश्तेदार हनी मर गया था।
2020 में वह जयपुर जेल में था जहां उसकी मुलाकात संजय गुप्ता से हुई और उन्होंने यह गैंग बना लिया। उसके खिलाफ पहले से पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरा आरोपित संजय गुप्ता फरीदाबाद का रहने वाला है। वह ग्रेजुएट है। वह चोरी का सामान खरीदता है। उसके खिलाफ पहले से दो आपराधिक मामले दर्ज हैं।