माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का बिशनखेड़ी में शिफ्ट होना ऐतिहासिक पल : केजी सुरेश
भोपाल, 15 जनवरी। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के इतिहास का 16 जनवरी (सोमवार) का दिन ऐतिहासिक दिन होने वाला है। ये कहना है विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश का। आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक जैसे बड़े पद पर कार्य कर चुके देश प्रख्यात पत्रकार प्रो.सुरेश ने कहा कि 32 सालों के बाद विश्वविद्यालय 50 एकड़ भूमि में अपने स्वयं के बिशनखेड़ी स्थित सुविधायुक्त कैंपस में प्रवेश करेगा, जो कि ऐतिहासिक क्षण होगा।
विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर के बारे में कुलपति प्रो. सुरेश ने रविवार को बताया कि यह कैंपस 160 करोड़ की लागत से बनाया गया है। इस परिसर के अंदर ही विद्यार्थियों के आवास एवं मैस की सुविधा है। परिसर के अंदर ही बालक छात्रावास है, जबकि दूसरी ओर बालिका छात्रावास है। दोनों ही छात्रावास में 75-75 कक्ष यानी कुल 150 कमरे हैं।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के स्कालर्स को पीएचडी के कार्य में असुविधा न हो, इसका भी ध्यान परिसर बनाते समय रखा गया है। इसके लिए अलग से एक हॉस्टल बनाया गया है, जिसमें कुल 23 कमरे हैं। प्रोफेसर्स, कर्मचारियों एवं अधिकारियों का भी विशेष ध्यान रखा गया है, ताकि पढ़ाई एवं शासकीय कार्य सुचारू रूप से चल सके। इसके लिए परिसर में ही ए.बी.सी.डी.ई.एफ. श्रेणी के आवास क्वार्टर बनाए गए हैं।
प्रो. सुरेश ने बताया कि तीन-तीन मंजिला दो अकादमिक भवन हैं, जिनका नाम तक्षशिला एवं विक्रमशिला रखा गया है। पढ़ने के लिए यहां 70 क्लासरूम हैं, जो कि 40 सीटर हैं, जबकि 13 कमरे ऐसे हैं जो 40 सीटर हैं। वर्तमान समय को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट क्लासरुम्स भी बनाए गए हैं। शहर में आवागमन के लिए विद्यार्थियों को बस की सुविधा भी विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही है। अतिथि देवो भव: का पालन का करते हुए हमने अतिथियों, आगंतुकों के ठहरने के लिए सर्वसुविधायुक्त एक बड़े अतिथि गृह का निर्माण भी परिसर में करवाया है। विश्वविद्यालय में पत्रकारिता एवं अन्य विषयों की 40 हजार से ज्यादा पुस्तकों के विशाल नालंदा पुस्तकालय के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह देश का एकमात्र ऐसा पत्रकारिता विश्वविद्यालय हैं जहां इतनी अधिक संख्या में पत्रकारिता एवं जनसंचार की पुस्तकें हैं।