तीसरे राष्टï्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह एवं जल शक्ति अभियान का किया सीधा प्रसारण-
जल शक्ति अभियान ने जल संस्कृति को प्रदान की नई ऊर्जा: उपायुक्त ललित सिवाच –
संबंधित विभागीय अधिकारियों ने विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से समारोह में लिया हिस्सा सोनीपत, 29 मार्च।
कैच द रेन-व्हेयर इट फाल्स व्हैन इट फाल्स थीम के साथ नई दिल्ली से तीसरे राष्टï्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह एवं जल शक्ति अभियान का सीधा प्रसारण सोनीपत के लघु सचिवालय में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्टï्रपति रामनाथ कोविंद ने 11 श्रेणियों में जल पुरस्कार वितरीत किये। साथ ही उन्होंने जल शक्ति अभियान के तीसरे चरण का भी शुभारंभ किया। उपायुक्त ललित सिवाच ने इस दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल की हर एक बूंद के संरक्षण के लिए योजनाबद्घ तरीके से आगे बढ़ें। पानी की एक-एक बूंद का संरक्षण करना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए एकजुटता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान ने जल संस्कृति को नई ऊर्जा और चेतना प्रदान की है। राष्टï्रीय व राज्य स्तर पर ही नहीं जिला स्तर पर और ग्रामीण स्तर पर भी जागरूकता की अलख जगी है। इसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। इसमेंं जन सहभागिता को नियमित रूप से बढ़ाने की आवश्यकता है। उपायुक्त सिवाच ने कहा कि अभियान के अंतर्गत जिला में अमृत सरोवर बनाये जायेेेंगे। गांवों में पुराने तालाबों का भी जीर्णोद्घार किया जाएगा। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जल शक्ति अभियान को विशेष रूप से गति दी जा रही है। जल हमारी पहली जरूरत है। जल संरक्षण समय की मांग भी है। इसे गंभीरता से समझने की आवश्यकता है। इसलिए सबको मिलकर इस दिशा में काम करना होगा। कैच द रेन-व्हेयर इट फाल्स व्हैन इट फाल्स थीम के तहत हमें बरसात की हर बूंद का संचय करने का प्रयास करना होगा। उपायुक्त ने आम जनमानस का भी आह्वïान किया कि वे भी जल संरक्षण में सरकार व प्रशासन को पूर्ण सहयोग प्रदान करें। जन सहयोग के बिना जल संरक्षण की दिशा में शत-प्रतिशत सफलता मिलना संभव नहीं। इसलिए लोगों को स्वयं जागरूक होकर अन्य लोगों को भी इस दिशा में जागृत करना चाहिए। सबके एकजुट प्रयासों से ही जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। जल संरक्षण जल संचय और जल प्रबंधन हमारी जरूरत के साथ नैतिक दायित्व भी है। आने वाली पीढिय़ों के लिए हमेंं अभी से जल संरक्षण करना होगा। इस दौरान विडियो कान्फ्रेंस मेंं एक्सईएन अश्विनी फोगाट, जिला शिक्षा अधिकारी विजेंद्र नरवाल, जिला वन अधिकारी राजेश वत्स, देवेंंद्र कुहाड़ आदि संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।