टूटा गया था कूल्हा गरीब का,आयुष्मान योजना में हुआ सफल इलाज
वाराणसी, 26 जुलाई। अपनी बेटी की शादी के बाद कर्ज में डूबे सुबचन 52 वर्ष के कुल्हे की हड्डी टूट गई। चिकित्सकों के पास पहुंचा तो पता चला कि कूल्हे का प्रत्यारोपण होगा। इसमें लगभग डेढ़ लाख तक की रकम लग सकती है। यह सुनकर सुबचन जीवन से निराश हो गया कि इतना पैसा कहा से आयेगा। इस संकट के समय उसे अपने आयुष्मान कार्ड की याद आई।
आयुष्मान कार्ड के जरिए सुबचन ने पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में आपरेशन कराया। चिकित्सकों ने उसके कूल्हे का सफल प्रत्यारोपण कर नया जीवन दे दिया। सफल आपरेशन के बाद सुबचन ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन.आरोग्य योजना की जमकर सराहना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हुए सुबचन ने कहा कि उनके पास अगर आयुष्मान कार्ड न होता तो वह अब तक अपनी टूटी कमर लेकर लाचारी का जीवन जी रहे होते। मुझ गरीब मजदूर के पास उपचार के लिए इतनी बड़ी रकम कहाँ से आती ।
सुबचन की ही तरह रिक्शा चलाने वाले संजय 48 वर्ष को कूल्हे में तेज दर्द के कारण चलना.फिरना दूभर था। संजय बताते हैं कि आयुष्मान कार्ड लेकर वह पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय के आयुष्मान कक्ष पहुंचे थे। वहां तैनात आयुष्मान मित्र शौम्य कुमार व स्तुति पाण्डेय ने उन्हें चिकित्सक को दिखाने से लेकर भर्ती कराने में मदद की। गत 15 जून को उनके कुल्हे का प्रत्यारोपण हुआ। संजय बताते हैं कि आयुष्मान कार्ड होने की वजह से उनका पूरा उपचार निःशुल्क हुआ है।
पं. दीनदयाल चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ आरके सिंह बताते हैं कि एक वर्ष के भीतर जिला अस्पताल में आठ लोगों का हिप रिप्लेसमेंट आयुष्मान कार्ड के जरिये मुफ्त किया जा चुका है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. बृजेश कुमार व डा. केके बरनवाल और उनकी टीम ने इस दायित्व को निभाया। वह कहते हैं कि आमतौर पर कूल्हा प्रत्यारोपण में तकरीबन एक लाख रुपए खर्च हो जाते हैं। इतना धन किसी गरीब के लिए जुटा पाना असंभव होता है। ऐसे में आयुष्मान योजना ऐसे लोगो के लिये वरदान जैसी है। इस योजना का लाभ उठा कर पीड़ित संकट से उबर रहे हैं ।
क्या है आयुष्मान भारत योजना.
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डाॅ मोइजुद्दीन हाशमी बताते हैं कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना देश में कमजोर वर्ग के लोगों को सालाना पांच लाख रूपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराती है। इस योजना में आयुष्मान कार्ड धारकों का मुफ्त कूल्हा व घुटना प्रत्यारोपण तो किया ही जाता है। बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, स्टंट डालना, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, किडनी, लीवर, डायबिटीज, आंख, नाक, कान और गले जैसी एक हजार से अधिक छोटी.बड़ी बीमारियों का भी निःशुल्क उपचार होता है। इसके अलावा मैटरनल हेल्थ उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा भी आयुष्मान कार्ड धारक को निःशुल्क प्रदान की जाती है।
– ऑनलाइन या ऑफलाइन कर सकते हैं पात्रता की जाँच
आयुष्मान भारत योजना के जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक ईं. नवेन्द्र सिंह कहते हैं कि आयुष्मान योजना के दायरे में कोई व्यक्ति आता है या नहीं इसकी जानकारी अस्पताल परिसर में बनाये गए आयुष्मान योजना कक्ष में तैनात आयुष्मान मित्रों से सम्पर्क कर की जा सकती है। इसके अलावा इस बारे में ऑनलाइन भी जानकारी की जा सकती है। आनलाइन जानकारी के लिए वेबसाइट लागिन करना होगा।