अंतर्राष्ट्रीय

भगोड़े रक्षा दलाल संजय भंडारी को ब्रिटेन से भारत लाने का रास्ता साफ

लंदन, 17 जनवरी। रक्षा सौदों के बिचौलिये और भगोड़े को ब्रिटेन से भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। ब्रिटिश गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने मंगलवार को भगोड़े रक्षा दलाल संजय भंडारी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है।

रक्षा सौदों का बिचौलिया संजय भंडारी भारत में गोपनीयता उल्लंघन कानून में वांछित है। उस पर काला धन सफेद करने और कर चोरी के मामले भी हैं। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कुछ रक्षा सौदों में करोड़ों की रिश्वत मामले में भी भंडारी की तलाश की जा रही है। इन सौदों के लिए उसके बैंक खातों में करोड़ों रुपये भेजे गए थे। भारतीय जांच एजेंसी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से संजय भंडारी के खिलाफ भारत में मनी लांड्रिंग के आरोप भी तय किये गए थे। भारत में आरोप लगने के बाद वह ब्रिटेन भाग गया था। उसे भारतीय जांच एजेंसियों की पहल पर भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।

भारत सरकार ने ब्रिटेन से भंडारी के प्रत्यर्पण की अपील की थी। 16 जून, 2020 को तत्कालीन ब्रिटिश गृहमंत्री प्रीति पटेल ने भंडारी के प्रत्यर्पण आग्रह को स्वीकार कर लिया था। इसके बाद 15 जुलाई, 2020 को उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे अदालत ने 1.20 लाख पाउंड की सुरक्षा राशि के साथ अपना पासपोर्ट जमा कराने, मध्य लंदन स्थित घर में नजरबंद रहने और नजदीकी पुलिस स्टेशन में रोजाना हाजिरी लगाने समेत सात शर्तों के साथ जमानत दी थी। इसके बाद से भंडारी को ब्रिटेन से भारत लाने की कोशिश में प्रवर्तन निदेशालय की टीम जुटी थी। भारत सरकार की ओर से ब्रिटेन की अदालत में मुकदमा भी लड़ा गया।

अदालत में भारतीय प्रयासों के बाद ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने नवंबर माह में संजय भंडारी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद से ब्रिटिश गृह मंत्री की मंजूरी की प्रतीक्षा की जा रही थी। अब ब्रिटिश गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने भी संजय भंडारी को ब्रिटेन से भारत प्रत्यर्पित करने की अनुमति दे दी है। इससे भंडारी को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, भंडारी के पास अभी ब्रिटिश गृहमंत्री के आदेश और अदालत के आदेश के खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिन का समय है।

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