कैथल: लाख रुपए की 1200 पेटी देसी अवैध शराब के असल मालिक तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने एक महीने से अधिक की जद्दोजहद के बाद किया सुनील उर्फ अनिल को गिरफ्तार
कैथल,16अगस्त। मंगलवार देर शाम पूंडरी कैथल रोड और गांव टयौंठा के पास 4 जुलाई को पकड़ा गया शराब का ट्रक और उसमें रखी 28 लाख रुपए की शराब के मालिक तक पहुंचने में पुलिस कामयाब हो गई है। पुलिस ने शराब के असल मालिक को मंगलवार देर सांय गिरफ्तार कर लिया। शराब की बरामदगी ने पुलिस पर कई सवाल खड़े कर दिए थे। इसलिए शराब के असल मालिक की गिरफ्तारी बहुत जरूरी थी। गिरफ्तार किया गया व्यक्ति शराब का ठेकेदार है ।
पुलिस प्रवक्ता प्रदीप नैन ने मंगलवार को बताया कि 4 जुलाई को थाना पूंडरी पुलिस के एसआई धर्मपाल की टीम द्वारा सांयकालीन पैट्रौंलिगं दौरान एक खुफिया विश्वसनीय सुचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए टयौंठा हाईवे पर नाकाबंदी दौरान एक कन्टैनर को रुकवा कर आरोपी चालक भाणा निवासी सतबीर को काबू किया था। जांच दौरान कन्टैनर से लगभग 28 लाख रुपए की 1200 पेटी जिनमे 14400 बोतल देसी शराब बरामद हुई थी। मामले की तह तक जाने के लिए सतबीर का पुलिस रिमांड हासिल किया गया था। रिमांड में खुलासा हुआ था कि अवैध शराब का असली मालिक किठाना निवासी सुनील उर्फ अनिल है। जो एल- 13 शराब के गोदाम का मालिक है।
मंगलवार देर शाम को सीआईए-1 पुलिस के एसआई कश्मीर सिंह की टीम ने किठाना निवासी सुनील उर्फ अनिल को गिरफ्तार कर लिया। सुनील उर्फ अनिल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले कैथल की अदालत में जमानत के लिए अग्रिम याचिका दायर की थी। अदालत ने उसकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी। बाद में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी उसकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी। उसके बाद उसके पास गिरफ्तारी के अलावा कोई चारा नहीं रह गया था।
कई सवालों के चालक नहीं दे सका जवाब
सीआईए वन पुलिस के सब इंस्पेक्टर धर्मपाल के अनुसार जब ड्राइवर से शराब के लाइसेंस और दूसरे कागजात मांगे गए तो उसने 1200 पेटी शराब का परमिट दिखाया। जिसकी कीमत 28 लाख से अधिक थी। उसने शराब का जो रूट परमिट दिखाया उसमें वाहन का रूट नीलोखेड़ी, ढांड, कैथल दर्ज किया गया था। जबकि कंटेनर को कैथल करनाल मार्ग पर गांव टयौंठा के पास पकड़ा गया था। कंटेनर का तय रूट पर ना जाने से साफ जाहिर है कि उस में रखी गई शराब तस्करी करके लाई गई थी। जो दूसरे जिले से लाकर कैथल में बेची जानी थी। परमिट में ड्राइवर का नाम नवनीत लिखा गया था। जबकि शराब के साथ पकड़े गए ड्राइवर का नाम सतबीर है, यानी कि ड्राइवर का नाम फर्जी था।