हरियाणा में खनन माफिया ने डीएसपी को डंपर से रौंदा, सरकार देगी शहीद का दर्जा
– मूलरूप से हिसार के रहने वाले डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई इसी साल होने वाले थे रिटायर
– मुख्यमंत्री ने की परिजनों को एक करोड़ रुपये और एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा
गुरुग्राम/नूंह, 19 जुलाई। हरियाणा में पहली बार खनन माफिया ने पुलिस में डीएसपी रैंक के अधिकारी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को डंपर तले कुचलकर मारा डाला। मंगलवार को नूंह जिला के तावड़ू उपमंडल में हुई इस घटना ने राज्य में अवैध खनन को लेकर फिर से सवाल खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डीएसपी को शहीद का दर्जा देने, परिजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता देने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है।
डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को पचगांव के पास अरावली पहाड़ी पर अवैध खनन होने की सूचना मिली थी। इस पर वह अपनी टीम के साथ पूर्वाह्न करीब 11.30 बजे अवैध खनन वाले स्थान पर पहुंचे। उन्होंने अवैध खनन कर रहे माफिया को रोकने का प्रयास किया। इस बीच खनन माफिया मौके से फरार होने लगे तो डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने उनका पीछा किया। खनन माफिया का डंपर रोकने के लिए डीएसपी जैसे ही आगे पहुंचे, चालक ने उन पर डंपर चढ़ा दिया और भाग निकला। उनके साथ गई टीम के पुलिसकर्मी कुछ कर पाते, उससे पहले ही डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई ने मौके पर दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने जिला पुलिस मुख्यालय को दी। कुछ ही देर में मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल व आला अधिकारी पहुंचे। तब तक अवैध खनन माफिया और उनके गुर्गे वहां से फरार हो चुके थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई के साथ मौके पर गए पुलिस कर्मियों ने सारा घटनाक्रम वरिष्ठ अधिकारियों को बताया। यह घटना आग की तरह तावड़ू क्षेत्र ही नहीं, बल्कि मीडिया, सोशल मीडिया के जरिये देशभर में फैल गई। पुलिस विभाग में भी इस घटना के बाद हड़कंप मच गया।
डीएसपी सुरेंद्र सिंह पुलिस सेवा में आने से पहले पशु चिकित्सक थे। पुलिस विभाग से उनकी सेवानिवृत्ति इसी वर्ष होनी थी। इस घटना ने अवैध खनन को लेकर फिर से सवाल खड़े किए हैं। हरियाणा राज्य में यह पहला मामला है, जब खनन माफिया ने पुलिस में डीएसपी रैंक के अधिकारी को इस तरह से डंपर तले कुचलकर मारा हो। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की हत्या किए जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को शहीद का दर्जा देने, परिजनों को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनका वेतन खाता एचडीएफसी बैंक में होगा तो उन्हें बैंक की योजना के तहत अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में हम शहीद डीएसपी सुरेंद्र सिंह के परिवार के साथ खड़े हैं। गृह मंत्री अनिल विज ने भी डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि हम खनन माफिया से सख्ती से निपटेंगे। पूरी ताकत लगाकर ऐसे तत्वों को पकड़ेंगे।
खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने इस घटना पर कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेवात, तावड़ू में खनन बंद है। फिर भी खनन माफिया चोरी से अवैध खनन करने का प्रयास करते हैं। पुलिस खनन माफिया पर लगाम लगाने को सक्रिय रहती है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन माफिया पर सरकार, पुलिस, प्रशासन सख्त है। डीएसपी अवैध खनन की सूचना मिलने पर ही मौके पर पहुंचे थे। इस घटना में शामिल अपराधियों की धरपकड़ की कार्रवाई की जा रही है। डीजीपी को मेवात भेजा गया है।
इस मामले की जांच कर रहे हरियाणा के एडीजीपी (कानून व्यवस्था) संदीप खिरवार ने कहा कि हम जल्द ही उस डंपर को बरामद कर लेंगे, जिससे डीएसपी को कुचला गया है। हमने आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307, 333, 186, 353 के साथ 379 और 188 का मामला दर्ज किया है। दुख की इस घड़ी में हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में डम्पर के चालक असरार अहमद को गोली लगी है। फिलहाल वह पुलिस हिरासत में है। इसके अलावा चार- पांच अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले की जांच सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की जा रही है और जल्द ही आरोपित गिरफ्त में होंगे।