हस्तिनापुर में एएसआई संरक्षित टीले पर मजार के निर्माण पर हंगामा
मेरठ, 08 सितम्बर। हस्तिनापुर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित प्राचीन पांडव (उल्टा खेड़ा) टीले पर मजार के निर्माण का मामला गर्मा गया है। बजरंग दल कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के बाद अब इस अवैध निर्माण को हटाया जाएगा।
हस्तिनापुर में प्राचीन पांडव टीले को पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इस टीले पर उत्खनन करके महाभारत कालीन सभ्यता के पुरावशेष प्राप्त किए। अब कुछ लोगों ने इस पांडव टीले पर मजार का अवैध निर्माण कर लिया। गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मजार का अवैध निर्माण हटाने की मांग को लेकर जमकर हंगामा प्रदर्शन किया।
कार्यकर्ताओं ने एसडीएम मवाना से शिकायत करके इस मजार को हटाने की मांग की। एएसआई संरक्षित प्राचीन टीले पर मजार का निर्माण अवैध रूप से किया गया है। यह प्राचीन टीला महाभारत कालीन है और इस पर मजार का निर्माण नहीं किया जा सकता। एसडीएम मवाना का कहना है कि मजार का अवैध निर्माण करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को एफआईआर कराने को कहा गया है।
बजरंग दल कार्यकर्ताओं का कहना है कि मजार के नहीं हटने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। एएसआई मेरठ सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. डीबी गड़नायक का कहना है कि जल्दी ही संरक्षित क्षेत्र में अवैध निर्माण को हटाया जाएगा।